उत्तराखंड: रिटायर सैनिक से जॉब लगाने के नाम पर 95 लाख की ठगी….
देहरादून में एक सेवानिवृत्त सैनिक के साथ जॉब दिलाने के नाम पर 95 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया कि वह भारतीय सेना में 24 वर्षों तक सेवा देने के बाद 2020 में रिटायर हुए थे। रिटायरमेंट के बाद उन्हें नौकरी की तलाश थी, जिसके लिए उन्होंने अपने जानकार राहुल सैनी से संपर्क किया। राहुल ने उन्हें अंकित रावत, पूजा चमोली और सत्यम शर्मा से मिलवाया। आरोपी अंकित रावत ने पीड़ित से कहा कि वह एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के साथ काम करता है और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तथा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के साथ उसके अच्छे संबंध हैं। उसने यह भी दावा किया कि वह यूपी के पर्यटन विभाग में नियुक्तियों के लिए राज्य सरकार द्वारा मनोनीत है और पीड़ित को भी यूपी के पर्यटन विभाग में नौकरी दिला सकता है।
अंकित रावत ने पीड़ित को मसूरी रोड पर अपने घर बुलाया, जहां पहले से तीन अन्य लोग मौजूद थे और एक सुरक्षा गार्ड भी तैनात था, जिसने पीड़ित का फोन और सामान लेकर उसे अंदर भेज दिया। बाद में, आरोपी ने पीड़ित से कहा कि इस नौकरी के लिए कुछ पैसे लगेंगे। इसके बाद, पीड़ित ने 23 मार्च 2020 को 55 हजार रुपये, 24 मार्च को 90 हजार रुपये और 25 मार्च को 40 हजार रुपये दिए। इस प्रकार, कुल 1 लाख 85 हजार रुपये की राशि आरोपी ने प्राप्त की। लेकिन कोविड-19 के दौरान आरोपी ने पीड़ित से कहा कि कुछ समय तक नौकरी नहीं मिल पाएगी, जिससे पीड़ित ने कुछ समय तक चुप रहना ठीक समझा।
इसके बाद, अंकित रावत ने पीड़ित को फिर से फोन किया और उसे अपने घर बुलाकर कहा कि उसे एक बड़ी नौकरी मिल रही है, जिसके लिए 1 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इस पर, पीड़ित ने 50 लाख रुपये और फिर 10-10 लाख रुपये करके कुल 95 लाख रुपये की राशि आरोपी को दे दी। आरोपी ने इस दौरान पीड़ित को एक नौकरी संबंधित अप्वाइंटमेंट लेटर भी दिया, लेकिन आज तक उसे कोई नौकरी नहीं दिलाई। जब पीड़ित को ठगी का शक हुआ, तो आरोपी ने उसे डराना-धमकाना शुरू कर दिया और नौकरी देने से मना कर दिया।
इस मामले में पीड़ित ने उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक से शिकायत की, जिसके बाद देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में सात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की प्रक्रिया में है।