भूपेंद्र बसेड़ा का नया गीत ‘नशा करिए जन’ लॉन्च, नशे के खिलाफ जागरूकता का संदेश
उत्तराखंड के प्रसिद्ध गीतकार और गायक, मुख्यमंत्री के निजी सचिव भूपेंद्र बसेड़ा का नया गीत ‘नशा करिए जन’ लॉन्च हो गया है। इस गीत के माध्यम से उन्होंने समाज को नशे के दुष्परिणामों के प्रति सचेत करने और युवाओं को इससे दूर रहने का मजबूत संदेश दिया है।
गीत का उद्देश्य और संदेश:
‘नशा करिए जन’ गीत नशे के प्रति जागरूकता फैलाने का एक अनूठा प्रयास है। भूपेंद्र बसेड़ा ने अपने गीत में यह बताया है कि नशा किस तरह से जीवन को नष्ट करता है और समाज में नकरात्मक प्रभाव डालता है। उनका उद्देश्य युवाओं को इस बुरी आदत से बचाकर उन्हें एक स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है।
गीत की रचना और संगीत:
गीत की रचना और संगीत भूपेंद्र बसेड़ा ने स्वयं किया है, जो इसके संदेश को और भी प्रभावी बनाता है। उनकी लेखनी की विशेषता यह है कि वे सामाजिक मुद्दों को सरल और समझने योग्य तरीके से प्रस्तुत करते हैं, जिससे लोग गीत से आसानी से जुड़ पाते हैं। संगीत और शब्दों का तालमेल, गीत को बेहद आकर्षक और दिलचस्प बनाता है।
श्रोताओं से मिल रही शानदार प्रतिक्रिया:
गीत के लॉन्च के बाद से ही इसे श्रोताओं से शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। लोग गीत की धुन, इसके संदेश और भूपेंद्र बसेड़ा की गायकी की सराहना कर रहे हैं। उनके संगीत में वह विशेष बात है, जो सुनने वाले को न केवल भावनात्मक रूप से जोड़ती है, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की दिशा में भी सोचने पर मजबूर करती है।
भूपेंद्र बसेड़ा की सामाजिक जागरूकता:
भूपेंद्र बसेड़ा इससे पहले भी कई गीतों के माध्यम से सामाजिक जागरूकता फैलाने का काम कर चुके हैं। उनके द्वारा रचित ‘हर घर तिरंगा’, ‘ओ चना’, ‘उत्तराखंड गीत’, और ‘ओ परदेशी’ जैसे गीतों ने भी समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया है। उनके गीतों में उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक मुद्दों का अच्छा मिश्रण देखने को मिलता है, जो श्रोताओं के दिलों में गहरी छाप छोड़ता है।
नशे के खिलाफ संदेश:
‘नशा करिए जन’ गीत युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन सकता है। नशे की लत न केवल व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक सेहत को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि यह समाज में भी कई प्रकार की समस्याओं को जन्म देती है। इस गीत के माध्यम से भूपेंद्र बसेड़ा ने नशे के प्रति लोगों को सचेत किया है और उन्हें एक सकारात्मक जीवन जीने की दिशा में मार्गदर्शन किया है।
भूपेंद्र बसेड़ा का यह नया गीत न केवल संगीत प्रेमियों के बीच छा रहा है, बल्कि यह एक सामाजिक बदलाव की शुरुआत भी साबित हो सकता है।