कोरोना मामलों को लेकर चौकने वाला दावा, एक केस मिला तो 30 का पता ही नहीं चला
देश में कोरोना वायरस के मामले को लेकर किए गए रिसर्च में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है। स्वतंत्र महामारी विज्ञानी डॉ चंद्रकांत लहरिया की ओर से भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के चौथे सीरो सर्वे के विश्लेषण में कहा गया है कि भारत में कोविड-19 का एक मामला दर्ज होने के साथ 30 मामले ऐसे रहे जिनका पता नहीं चला या यह दर्ज नहीं हो पाया।
लोक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने ट्विटर पर यह विश्लेषण साझा किया जिसमें दिखाया गया कि भारत में प्रत्येक मामले पर कितने ऐसे मामले थे जिनका पता नहीं चला। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि ऐसा जानबूझकर किया गया लेकिन यह रोग निगरानी प्रणाली के प्रदर्शन और मामलों से निपटने में राज्य के कदमों को दर्शाता है।
लहरिया ने पीटीआई-भाषा से कहा, कई मामले बिना लक्षण वाले थे जिससे उनका पता नहीं चला। अगर सही से मरीजों के संपर्क का पता किया जाता तो बिना लक्षण वाले मामलों का भी पता चल सकता था। यह इस तथ्य से ऐसा लगता है कि कुछ राज्यों ने दूसरों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है क्योंकि वे अन्य राज्यों की तुलना में अधिक मामले सामने ला पाए।