उत्तराखंड में पर्यटन और होटल उद्योग में साइबर ठगी का बढ़ता खतरा
होटल बुकिंग के नाम पर कई पर्यटकों से लाखों रुपए की ठगी कर दी गई है। नैनीताल, मुसूरी में संचालित प्रतिष्ठित होटलों की फर्जी वेबसाइट बनाकर कर के भी ठगी की जा रही है। होटल के रिव्यु लिखने को लेकर ठगी भी सामने आई है..
उत्तराखंड में पर्यटन उद्योग में साइबर ठगी ने चिंता का कारण बना लिया है, खासकर नैनीताल, मसूरी और रुद्रप्रयाग जैसे प्रमुख पर्यटक स्थलों पर। ठगों ने पर्यटकों और होटल मालिकों दोनों को अपनी ठगी का शिकार बना लिया है, और यह खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
फर्जी होटल बुकिंग वेबसाइट्स और सोशल मीडिया प्रोफाइल्स
साइबर ठगों द्वारा प्रमुख होटलों की फर्जी वेबसाइट्स बनाकर, सोशल मीडिया प्रोफाइल्स का इस्तेमाल किया जा रहा है। इन वेबसाइट्स पर आकर्षक रेट्स और छूट की पेशकश की जाती है, जैसे कि 70% तक की छूट, जो पर्यटकों को आकर्षित करती है। जब कोई पर्यटक एडवांस बुकिंग के बाद होटल पहुंचता है, तो उसे यह जानकर सदमा लगता है कि उसकी बुकिंग किसी होटल में नहीं हुई। नैनीताल पुलिस को हाल ही में लगभग 300 से अधिक ऐसी शिकायतें मिली हैं, जिनमें पर्यटकों ने फर्जी होटल बुकिंग के कारण पैसे खो दिए हैं।
गूगल रिव्यू के नाम पर ठगी
साइबर ठगों द्वारा गूगल रिव्यू के नाम पर भी ठगी की जा रही है। इन ठगों का तरीका यह है कि वे होटल के रिव्यू लिखने के लिए होटल मालिकों से पैसे मांगते हैं। यदि होटल मालिक इनकी मांगों को पूरा नहीं करते, तो वे नकारात्मक रिव्यू डालने की धमकी देते हैं। इसी तरह रुद्रप्रयाग के चोपता जैसे स्थानों पर भी कई होटल मालिकों ने इन ठगों से हजारों रुपए देकर अपने होटल के लिए सकारात्मक रिव्यू लिखवाए हैं। ठग रिव्यू को हटवाने के लिए भी मनमाने पैसे वसूलते हैं।
उपाय और सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम
उत्तराखंड पुलिस ने इन ठगों को पकड़ने के लिए काम करना शुरू कर दिया है, और पर्यटकों को जागरूक करने के लिए कई पहल की हैं। राज्य सरकार ने एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर (1930) जारी किया है, जिस पर पर्यटक अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं और साइबर ठगों की पहचान की जा सकती है।
इसके अलावा, होटल मालिकों को भी इन साइबर ठगों से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है, ताकि वे अपने ऑनलाइन प्रोफाइल और बुकिंग सिस्टम्स को सही तरीके से मैनेज करें।
पर्यटकों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
फर्जी वेबसाइट से बचें: केवल अधिकृत और प्रसिद्ध वेबसाइट्स से ही बुकिंग करें।
रिव्यू की सच्चाई जांचें: होटल के रिव्यू के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें और विश्वसनीय स्रोतों से पुष्टि करें।
सुरक्षित भुगतान करें: केवल सुरक्षित और विश्वसनीय भुगतान प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करें।
होटल से संपर्क करें: बुकिंग करने से पहले होटल से सीधे संपर्क करके बुकिंग की पुष्टि करें।
उत्तराखंड में बढ़ती साइबर ठगी से बचने के लिए पर्यटकों को जागरूक रहना बेहद जरूरी है। साथ ही, पुलिस और प्रशासन को इन ठगों पर कड़ी नजर रखने की आवश्यकता है ताकि इस समस्या पर नियंत्रण पाया जा सके।