उत्तरकाशी : रील की क़ीमत: मां को लहरें निगल गईं, बेटी चीखती रह गई
उत्तराखंड: भागीरथी में रील बनाती महिला पलक झपकते ही हो गई गायब, मां-मां चिल्लाती रह गई बेटी
महिला नदी किनारे खतरनाक जगह पर खड़ी होकर वीडियो बना रही थी, तभी अचानक उसका संतुलन बिगड़ा और वह पानी में जा गिरी। आसपास मौजूद लोग जब तक कुछ कर पाते, वह नदी की तेज़ धारा में बह चुकी थी।
उत्तरकाशी, उत्तराखंड – सोशल मीडिया पर रील बनाने का चलन आजकल युवाओं और आम लोगों के बीच एक जुनून बन चुका है। लेकिन यह जुनून कब जानलेवा बन जाए, इसका अंदाज़ा कोई नहीं लगा सकता। ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला हादसा उत्तरकाशी के मणिकर्णिका घाट पर हुआ, जहाँ एक नेपाली मूल की महिला भागीरथी नदी के किनारे रील बनाते समय बह गई।
पल भर में बदल गया सबकुछ
जानकारी के अनुसार, महिला नदी के किनारे एक खतरनाक स्थान पर खड़ी होकर मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड कर रही थी। इसी दौरान उसका संतुलन बिगड़ गया और वह सीधे भागीरथी की तेज़ धार में जा गिरी। यह सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि आसपास मौजूद लोग कुछ कर भी नहीं पाए।
बेटी की चीखें रह गईं गूंजती
महिला की 11 साल की मासूम बेटी किनारे खड़ी होकर अपनी मां को डूबते देखती रही। “मम्मी-मम्मी” की उसकी चीखें घाट पर गूंजती रहीं, लेकिन नदी की लहरें किसी की नहीं सुनतीं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि महिला कुछ ही पलों में लहरों में समा गई और फिर नजर नहीं आई।
रेस्क्यू अभियान जारी, अब तक कोई सुराग नहीं
घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) और पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और तुरंत रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया। गोताखोरों की टीम नदी में महिला की तलाश में जुटी है, लेकिन अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
रील के लिए जोखिम, सोचिए उससे पहले
यह कोई पहला मामला नहीं है, जब रील बनाने के चक्कर में किसी ने अपनी जान गंवाई हो। इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है — क्या चंद सेकेंड की सोशल मीडिया की लोकप्रियता किसी की जान से बढ़कर है?
वो बच्ची, जिसने अपनी मां को अपनी आंखों के सामने यूं लहरों में समाते देखा, क्या कभी इस सदमे से उबर पाएगी? शायद नहीं।