टीएमयू के लॉ स्टुडेंट्स को दिए मनुपात्रा के उपयोग के टिप्स
तीर्थकर महावीर यूनिवर्सिटी में नॉलेज रिसोर्स सेंटर और नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी के संयुक्त तत्वावधान में अनलॉकिंग द पॉवर ऑफ मनुपात्राः लीगल रिसर्च ट्रेनिंग प्रोग्राम, मनुपात्रा के उत्तरी क्षेत्र के प्रभारी श्री कुमार किसलय पंकज ने बतौर मुख्य वक्ता की शिरकत
ऑनलाइन डेटाबेस- मनुपात्रा के उत्तरी क्षेत्र के प्रभारी श्री कुमार किसलय पंकज ने अपने गहन अनुभव और विशेषज्ञता को साझा करते हुए कहा, मनुपात्रा एक विस्तृत डेटाबेस के जरिए भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय विधायी, विनियामक और प्रक्रियात्मक सामग्रियों तक इलेक्ट्रॉनिक पहुंच प्रदान करने वाला पहला डेटाबेस है। एनालिटिक्स, एंटरप्राइज सर्च और सूचना पुनर्प्राप्ति तकनीकों जैसे- एमएल, एआई और एनएलपी के उपयोग के संग मनुपात्रा दुनियाभर के उपयोगकर्ताओं को शक्तिशाली निर्णय लेने वाले उपकरण प्रदान करता है। श्री कुमार ने बताया, मनुपात्रा अभी तक के हाईकोर्ट के केस, आदेश और उनका तुलनात्मक अध्ययन के संग-संग ई-बुक और ई-जर्नल का विस्तृत विवरण उपलब्ध करा रहा है। श्री किसलय तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के नॉलेज रिसोर्स सेंटर और नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अनलॉकिंग द पॉवर ऑफ मनुपात्रारू लीगल रिसर्च ट्रेनिंग कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। इससे पहले मनुपात्रा के उत्तरी क्षेत्र के प्रभारी श्री कुमार किसलय पंकज ने बतौर मुख्य वक्ता, कॉलेज ऑफ लॉ एण्ड लीगल स्टडीज के डीन प्रो. हरबंश दीक्षित, यूनिवर्सिटी की मुख्य पुस्तकालयाध्यक्षा डॉ. विनीता जैन, लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुशील कुमार सिंह आदि ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके लॉ कॉलेज में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। प्रशिक्षण के अंत में सवाल-जबाव का दौर भी चला, जिसमें मुख्य वक्ता ने विद्यार्थियों की जिज्ञासा का समाधान किया।
कॉलेज ऑफ लॉ एण्ड लीगल स्टडीज के डीन प्रो. हरबंश दीक्षित प्रशिक्षण कार्यक्रम को लॉ एण्ड लीगल स्टडीज के स्टुडेंट्स के लिए बहुत ही प्रासंगिक बताया। उन्होंने मनुपात्रा का सभी छात्रों से अधिक से अधिक प्रयोग करने की अपील की, जिससे स्टुडेंट्स अपने शोद्य कार्य मेें गुणवत्ता के साथ नवीनता भी ला सकें। प्रशिक्षण में विधि छात्रों, शोधकर्ताओं और संकाय सदस्यों को कानूनी शोध के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन- मनुपात्रा के उपयोग और इसके प्रभावी तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। यूनिवर्सिटी की चीफ लाइब्रेरियन डॉ. विनीता जैन ने बताया, मनुपात्रा डाटाबेस का टीएमयू बहुत पुराना उपयोगकर्ता रहा है। उन्होंने मनुपात्रा को शोद्य छात्रों के लिए पुस्तकालय का एक बेहतरीन टूल बताया। साथ ही आगामी सत्र में विद्यार्थियों के लिए इस प्रकार की प्रशिक्षण आयोजित करने की उम्मीद जताई। इस अवसर पर लॉ एण्ड लीगल कालेज से डॉ. डालचन्द्र, प्रो. मनीश यादव, डॉ. नम्रता जैन, डॉ. माधव शर्मा और पुस्तकालय से डॉ. आलोक कुमार गुप्ता, महेश सिंह, अंकित चौधरी के संग-संग सौ से अधिक लॉ स्टुडेंट्स उपस्थित रहे।