चमोली : पहाड़ी का हिस्सा सड़क पर गिरा , दर्जनभर गांवों की आवाजाही ठप..देखें वीडियो..

जोशीमठ: सीमान्त घाटी तमक मरखुडा के पास 8 दिनों से सड़क अवरुद्ध होने से ग्रामीणों में आक्रोस सरकार करे हेली सेवा  हो बहाल पहली बार 8 दिन से ग्रमीण है परेसान सरकार पर उठ रहे सवाल जल्द हैली सेवा की हो ब्यवस्ताए ग्रामीण खाद्य सामग्री  एवं स्वास्थ्य सेवाओं से है नीति बार्डर हाईवे पहाडी से आये भारी बोल्डरों के कारण बंद हो गया। जिसे खुलने में अभी कुछ दिनों का समय लग सकता है। बार्डर सडक बंद होने के कारण जहां सरहद पर बसे दर्जनों गांवों की आवाजाही बंद हो गई है। तो वहीं आईटीबीपी और सेना की छावनियों में सामग्रियों का पहुंचाया जाना भी ठप हो गया है। जोशीमठ से 39 किमी आगे तमक मरखुडा में पहाडी से एक बडा हिस्सा टूटकर नीचे आ गिरा जिस कारण से यहां पर सडक पूरी तरह से बंद हो गई है। जिसे खुलने में कुछ दिनों का समय लग सकता है। जिस कारण से पूरा बार्डर एरिया मुख्य धारा से कट गया है। तमक मरखुडा में पिछले 10 दिनों से बार्डर हाईवे में पहाडी से भारी बोल्डर एवं मलवा आने का सिलसिला जारी है। जिस कारण से यहां पर हर रोज सडक बाधित हो रही है।  वहीं 13 अगस्त के दोपहर बाद से अभी तक यहां पर सडक सुचारू नहीं हो पाई है। बीआरओ की मशीनें पिछले दो दिनो से सडक में आये बोल्डर एंव मलबे को हटा ही रही थी कि मरखुडा में पहाडी का बहुत बडा भाग टूटकर सडक में आ गया। जिसे तोडने में अब कुछ दिनों का समय लग सकता है। तब तक बार्डर एरिया व यहां पर बसे दर्जन भर गांवों की आवाजाही फिलहाल ठप हो गई है। तमक मरखुडा में पहाडी टूटने से जुमा, तमक, कागा, गरपक, द्रोणागिरी, जेलम, कैलाशपुर, मलारी, कोषा, नीति, बाम्पा, मैहरगांव, गमशाली आदि गांवों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है।

 

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