शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में खुदेड़ गीतों का शुभारंभ

शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में खुदेड़ गीतों का शुभारं
मांगल और खुदेड़ गीतों के संरक्षण को लेकर केदारनाथ विधायक की सराहनीय पहल
तीन दिवसीय प्रतियोगिता का आयोजन, प्रतियोगिता में विजेताओं को दिया जा रहा नगद पुरस्कार
रुद्रप्रयाग। मांगल और खुदेड़ गीतों के संरक्षण को लेकर केदारनाथ विधायक मनोज रावत की पहल पर पहली बार केदारघाटी में प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है। भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल आंेकारेश्वर मंदिर में तीन दिवसीय महिला मांगल गीत व खुदेड़ गीत प्रतियोगिता का शुभारंभ किया गया। प्रतियोगिता के प्रथम दिन मनसूना, ऊखीमठ, भणज, दुर्गाधार, कालीमठ, तुलंगा व बसुकेदार में प्रतियोगिताएं आयोजित की गयी। प्रतियोगिता के दूसरे चरण में शनिवार को नारी, गुप्तकाशी, जगोठ, चन्द्रापुरी, काण्डई व जामू में प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेंगी, जबकि तीसरे चरण में रविवार को फलासी, परकण्डी, अगस्त्यमुनि, सिल्ला व कण्डारा में आयोजित की जायेगी।  मांगल गीत प्रतियोगिता का समय सात मिनट रखा गया है, जबकि मांगल गीत प्रतियोगिता में अधिकतम सात महिलायें ही प्रतिभाग कर सकती हैं। खुदेड़ गीत का समय पांच मिनट रखा गया है, जबकि खुदेड़ गीत प्रतियोगिता में एकल महिला ही प्रतिभाग कर सकती है। दोनों प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को नगद पुरस्कार देने का भी प्रावधान है।
बता दें कि केदारनाथ विधायक मनोज रावत की पहल पर केदारनाथ विधानसभा में मांगल गीतों एवं खुदेड़ गीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। स्थानीय लोगों को अपनी संस्कृति की पहचान हो और आने वाली पीढ़ी भी इस संस्कृति को अपनाए। इसको लेकर यह आयोजन किया जा रहा है। केदारनाथ विधायक मांगल और खुदेड़ गीतों के संरक्षण को लेकर कार्य कर रहे हैं। उनका मकसद यही है कि मांगल गीतों के जरिये क्षेत्र की छिपी हुई प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर प्रदान हो। शुक्रवार को भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल आंेकारेश्वर मंदिर में प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर प्रधान पुजारी बागेश लिंग ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कहा कि केदारघाटी में पौराणिक गीतों की परम्परा प्राचीन है, जिसके संरक्षण व संवर्धन के लिए यह सराहनीय पहल है। मांगल गीत प्रतियोगिता में आठ टीमों ने भाग लिया, जिसमें सारी प्रथम, किमाणा द्वितीय तथा पठाली तृतीय स्थान पर रहे। जबकि खुदेड़ गीत में भी आठ महिलाओं ने भाग लिया। जिसमें गुड्डी देवी सारी प्रथम, शारदा देवी उदयपुर द्वितीय तथा आरती देवी डंगवाडी तृतीय स्थान पर रही। प्रतियोगिता में पूर्व प्रधानाचार्य रघुवीर पुष्वाण, पूर्व प्रधान प्रदीप बजवाल, रामेश्वरी देवी, राधे लाल आर्य, दीपक नेगी ने निर्णायक की भूमिका अदा की, जबकि प्रतियोगिता का संचालन कांग्रेस नगर अध्यक्ष कैलाश पुष्वाण ने किया।

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