रेडक्रॉस सोसायटी की बैठक में जरूरतमंदों तक सहायता पहुँचाने पर जोर दिया गया।
चमोली/जोशीमठ, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में बुधवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय रेडक्रॉस सोसायटी की बैठक हुई। जिसमें अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों तक सहायता पहुॅचाने और रेडक्रॉस सोसाएटी के लिए आय के स्रोत तैयार करने पर जोर दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि पीडित मानवता की सेवा करना रेडक्रॉस सोसायटी का मुख्य लक्ष्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां पर भी मानव सेवा की जरूरत है वहां पर रेडक्रॉस के माध्यम से सक्रियता से कार्य किया जाए। उन्होंने कार्यकारणी के सदस्यों को जिला रेडक्रॉस सोसायटी के लिए आय के स्रोत बढाने पर जोर देते हुए जिला अस्पताल के निकट नवनिर्मित रेडक्रॉस कैन्टीन को तत्काल हैंडओवर करने और शीघ्र इसका संचालन शुरू कराने को कहा। ताकि रेडक्रॉस की आय बढ सके और सोसाएटी के माध्यम से अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों तक सहायता पहुॅचाई जा सके। कहा कि कोविड की संभावित तीसरी लहर से बचाव के दृष्टिगत माइक्रो न्यूट्रिएंटस किट तैयार करने हेतु एसएचजी पर हुए व्यय भार को भी रेडक्रॉस से वहन किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि बहुत से लोग मानवता की सेवा के इस पुनीत कार्य में वोलिएंटर के रूप में सोसायटी के साथ कार्य करना चाहते है। ऐसे लोगों को सोसायटी से जोड़ते हुए प्रशस्ति पत्र, पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया जाए। इस दौरान रेडक्रॉस की नए कार्यकारणी और यूथ रेडक्रॉस सोसायटी के गठन को लेकर भी चर्चा की गई।
रेडक्रॉस समिति के सचिव दलवीर सिंह बिष्ट ने अवगत कराया कि रेडक्रॉस सोसायटी में 1182 आजीवन सदस्य, 307 आजीवन सहयोगी, 17 संस्थागत सदस्य, 1098 वार्षिक सदस्य तथा 856 वार्षिक सहयोगी सदस्य शामिल है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में सोसायटी की आय 1.18 लाख व व्यय 99 हजार हुआ है तथा 9.29 लाख धनराशि अवशेष है।
जिला स्तरीय रेडक्रॉस समिति की बैठक में रेडक्रॉस समिति की उपाध्यक्ष/सीएमओ डा0 केके अग्रवाल, जूनियर रेडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष/सीईओ एलएम चमोला, एसीएमओ डा0 उमा रावत, रेडक्रॉस समिति के राज्य सदस्य ओम प्रकाश भट्ट, जिला रेडक्रॉस समिति के उपाध्यक्ष विनोद रावत, कोषाध्यक्ष प्रेम कुमार विशनोई, सचिव दलवीर सिंह बिष्ट, पूर्व रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष यदुनंदन भट्ट सहित समिति के सदस्य वीरेन्द्र सिंह बिष्ट, पृथ्वी सिंह रावत, हिम्मत सिंह रावत, दलवीर सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे।