उत्तराखंड में मिले ओमीक्रोन के 4 नए मरीज,

उत्तराखंड में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के चार नए मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने इसकी पुष्टि की है. उत्तराखंड में अभी तक ओमीक्रोन के कुल 8 केस सामने आ चुके हैं.

 

देहरादून: उत्तराखंड में नए साल के पहले दिन कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के चार नए मामले सामने आए है. उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की है. स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने जानकारी देते हुए बताया कि दून मेडिकल कॉलेज की लैब में चार मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिनके बाद सैपल की जीनोम सिक्वेन्सिंग की गई, उसमें ओमीक्रोन रिपोर्ट पॉजिटिव आई….स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि जिन मरीजों में ओमीक्रोन वेरिएंट मिला है, उसमें एक युवक की उम्र 28 साल है, जिसकी बीती 21 दिसंबर को सैंपल लिया गया था. युवक विदेश से हरियाणा के गुरुग्राम पहुंचा था और वहीं से 17 दिसंबर को देहरादून आया.

दूसरा व्यक्ति देहरादून के त्यागी रोड का रहने वाला है, जिसकी उम्र 23 साल है. युवक भी 21 दिसंबर को गुरुग्राम से देहरादून आया है. उसके कोविड के कोई लक्ष्ण नहीं थे, लेकिन होम आइसोलेशन के दौरान उसने 24 दिसंबर को सैंपल दिया था,..तीसरा मरीज भी त्यागी रोड का रहने वाल है, जिसकी उम्र 15 साल है. ये मरीज 23 साल के युवक के संपर्क में आया था. इसीलिए उसने भी 24 दिसंबर को सैंपल दिया था. इस मरीज की कोई भी ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है.! चौथा मरीज गुजरात के अहमदाबाद का रहने वाला 27 साल का युवक है, जो अहमदाबाद में ही होम आइसोलेशन में रह रहा था और 21 दिसंबर को अहमदाबाद से ऋषिकेश आया था. इसके बाद 24 दिसंबर को वापस अहमदाबाद चला गया था. इस युवक का 24 दिसंबर को पौड़ी जिले में कोविड सैंपल लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट 24 दिसंबर को आ गई थी. सैंपल को जीनोम सिक्वेन्सिंग के लिए दोबारा दून हॉस्पिटल की लैब भेजा गया, जहां ओमीक्रोन की पुष्टि हुई. युवक के बारे में गुजरात सरकार को जानकारी दे दी गई है….इससे पहले बीते 28 दिसंबर को पिछले चार ओमीक्रोम संक्रमित मरीजों की RT-PCR रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है. ये सभी लोग विदेश यात्रा से देहरादून और हरिद्वार लौटे थे. इनमें चार देहरादून जबकि एक हरिद्वार का रहने वाला था….सबसे पहले देहरादून कांवली रोड निवासी 23 साल की युवती में ओमीक्रोन वेरिएंट की पुष्टि हुई थी. युवती बीती 8 दिसंबर को स्कॉटलैंड से दिल्ली इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पहुंची थी. यह उत्तराखंड में ओमीक्रोन का पहला मामला था….दरअसल, स्वास्थ्य विभाग मरीज के कोरोना पॉजिटिव होने से लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग रिपोर्ट तक के समय को काउंट करता है. उदाहरण के लिए कोई मरीज एक तारीख को कोरोना पॉजिटिव मिलता है और उसकी जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट 10 तारीख को आती है. ऐसे में अगर शख्स 14 तारीख को आरटीपीआर टेस्ट करवाता है और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आती है तो स्वास्थ्य विभाग उसे निगेटिव मान लेता है.

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