2024 हारे तो कांग्रेस का सब कुछ खत्म यशपाल आर्य
कांग्रेस के सामने करो या मरो जैसी स्थिति
हल्द्वानी। उत्तराखण्ड में एक के बाद चुनावी हार का सामना करने वाली कांग्रेस के लिए 2024 का लोकसभा चुनाव कितनी अहमियत रखता है इसे नेता विपक्ष यशपाल आर्य द्वारा अपने कार्यकर्ताओं से की गयी बातचीत के दौरान कहे गये इन शब्दों से बखूबी समझा जा सकता हे कि अगर हम 2024 हरे तो कांग्रेस का सबकुछ खत्म हो जायेगा।
नेता विपक्ष ने यह बात कहते हुए कहा कि अब आप खुद ही तय कर लें कि आपको क्या करना है? उन्होंने कहा कि 2024 का लोक सभा चुनाव जीतकर प्रदेश कांग्रेस के लिए एक बहुत बडी चुनौती है। उनका कहना था कि 2024 का चुनाव प्रदेश कांग्रेस का भविष्य तय करेगा। अगर कांग्रेस इस चुनाव में हारती है तो 2027 में उसकी वापसी संभवन नहीं है और कांग्रेस का सब कुछ खत्म हो जायेगा।
भले किसी भी कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं को नेता विपक्ष की बात अच्छी लगे ना लगे लेकिन उनका यह बयान राजनीति की उस सच्चाई को दर्शाने वाली है जिसे कहने का साहस हर कोई नेता नहीं कर सकता है। कारण जो भी रहे हो लेकिन उत्तराखण्ड राज्य में कांग्रेेस ने अपनी चुनावी हार के जो रिकार्ड बनाये हैं वह यही बताते हैं कि 2024 में अगर कांग्रेस की वापसी नहीं हो पाती है तो फिर उसकी वापसी के सभी दरवाजे बंद ही समझिये। 2014 और 2017 के लोक सभा चुनाव में लगातार सभी पांचो लोक सभा सीटें जीत कर भाजपा नया इतिहास लिख चुकी है
इससे पूर्व के लोक सभा चुनावो में कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा बारी बारी से सभी पांच सीटों पर जीत दर्ज करती रही थी लेकिन 2017 के चुनाव में भाजपा ने इस परम्परा को तोड डाला यही नहीं अब 2024 के लोक सभा चुनाव में इस बार फिर भाजपा अपने पुराने रिकार्ड को दोहराने की तैयारी में जुटी हुई है जिसके कारण कांग्रेस नेताओं को बखूबी जानकारी है। अगर बात विधान सभा चुनाव की करें तो 2017 तथा 2022 ेक चुनाव में भाजपा ने लगातार बम्बर बहुमत के साथ जीत दर्ज करा एक ऐसा इतिहास रचा है जिसका रिकार्ड तोड पाना किसी और तो क्या खुद भाजपा के लिए भी शायद संभव हो।
ऐसी स्थिति में अगर यशपाल आर्य जैसे नेता यह माने बैठे हैं कि अगर 2024 में कांग्रेस हारी तो उत्तराखण्ड में कांग्रेस का सब कुछ खत्म हो जायेगा बात भी गलत नहीं है। यशपाल आर्य ने जब यह बात कही उस समय पूर्व सीएम हरीश रावत भी उनके साथ कार्यव्रQम में मौजूद थे।