देहरादून: रायपुर क्षेत्र में नंदा गैस सर्विस गोदाम पर छुपकर गैस सिलेंडर निकालने का मामला
देहरादून, रायपुर क्षेत्र के रांझावाला स्थित नंदा गैस सर्विस गोदाम को शुक्रवार को जिलाधिकारी के आदेश पर सील कर दिया गया था। यह कार्रवाई उस समय की गई जब शिकायत मिली कि यह गोदाम अवैध रूप से संचालित हो रहा था और इसके लाइसेंस को निलंबित किया गया था। हालांकि, गोदाम सील करने के बावजूद उसी रात चोरी छिपे गैस सिलेंडर बाहर निकालने का मामला सामने आया, जिसके बाद जिलाधिकारी के आदेश पर गैस एजेंसी संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मामला किस प्रकार सामने आया?
गैस गोदाम के लाइसेंस को निलंबित करने और सील किए जाने के बावजूद, शुक्रवार की रात को दो वीडियो सामने आए, जिनमें गोदाम से गैस सिलेंडर को बिना गोदाम का गेट खोले और सील तोड़े बाहर निकालते हुए दिखाया गया। इन वीडियो को एसडीएम और जिला पूर्ति अधिकारी ने जिलाधिकारी सविन बंसल को प्रस्तुत किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी ने गैस एजेंसी के संचालक लोकेश उनियाल के खिलाफ थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
गैस गोदाम सील क्यों किया गया?
यह मामला तब सामने आया जब 16 दिसंबर को गढीकैंट निवासी 95 वर्षीय महिला ने जिलाधिकारी से शिकायत की कि उनके द्वारा दी गई भूमि पर अवैध रूप से गैस गोदाम संचालित हो रहा है और भूमाफिया ने वहां कब्जा कर लिया है। महिला ने यह बताया कि उनके पति ने 1988 में 10 साल के लिए गैस गोदाम का संचालन करने की लीज दी थी, लेकिन लीज खत्म होने के बाद भी किराया नहीं दिया गया और भूमि को अपने नाम कर लिया गया।
इसके बाद जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लिया और अवैध गोदाम के लाइसेंस को तुरंत निरस्त करने का आदेश दिया। इसके साथ ही जांच के आदेश भी दिए गए। जांच में यह पाया गया कि महिला की भूमि पर बिना अनुमति के गैस एजेंसी का संचालन हो रहा था, और जिलाधिकारी के आदेश पर 3 महीने के लिए लाइसेंस निलंबित कर गोदाम को सील किया गया।
सील किए गए गोदाम से सिलेंडर निकालने की कोशिश
सील करने के बावजूद जब गोदाम से गैस सिलेंडर निकाले जाने का मामला सामने आया, तो जिलाधिकारी ने कार्रवाई तेज़ करते हुए गैस एजेंसी संचालक लोकेश उनियाल के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए।
यह पूरी घटना प्रशासन के लिए एक गंभीर चुनौती बन गई है और गैस एजेंसी संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है।