ई-रिक्शा चालक की गला घोंटकर हत्या: पत्नी और प्रेमी का था अवैध संबंध, तीजे के दिन भागने की थी तैयारी

हरिद्वार पुलिस ने 72 घंटे में किया सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा

हरिद्वार, हरिद्वार जनपद के पथरी थाना क्षेत्र में 14 जुलाई को मिले एक ई-रिक्शा चालक के शव के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच से यह एक सामान्य मौत प्रतीत हो रही थी, लेकिन पुलिस की सूझबूझ और तकनीकी जांच के बाद मामला प्रेम-प्रसंग और साजिशन हत्या का निकला।

मामले की पूरी कहानी:

14 जुलाई को थाना पथरी क्षेत्र के अंबुवाला गांव स्थित आम के बाग में एक व्यक्ति का शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब शव की शिनाख्त की, तो मृतक की पहचान 48 वर्षीय ई-रिक्शा चालक प्रदीप पुत्र ओमप्रकाश निवासी अंबुवाला, थाना पथरी के रूप में हुई। शव के गले पर गला घोंटे जाने के स्पष्ट निशान थे।

शक की सुई पत्नी और प्रेमी पर:

मृतक के भतीजे मांगेराम की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। जांच के दौरान पुलिस ने मोबाइल की सीडीआर, कॉल डिटेल और खुफिया तंत्र की मदद ली।
जल्द ही शक की सुई मृतक की पत्नी रीना (उम्र 36 वर्ष) और गांव के ही युवक सलेक की ओर घूम गई, जिनके बीच अवैध प्रेम संबंध होने की पुष्टि हुई।

हत्या का षड्यंत्र और कबूलनामा:

पुलिस ने जब रीना से गहन पूछताछ की, तो उसने अपराध कबूल कर लिया। रीना ने बताया कि उसने अपने प्रेमी सलेक के साथ मिलकर पति प्रदीप की गला घोंटकर हत्या करने की योजना बनाई थी।
हत्या को गमछे (साफा) से अंजाम दिया गया। हत्या के बाद दोनों आरोपी तीजे वाले दिन गांव से फरार होने की योजना बना रहे थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।

प्रेमी सलेक की गिरफ्तारी और अहम सुराग:

पुलिस ने आरोपी सलेक को लक्सर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने हत्या में प्रयुक्त गमछे की निशानदेही दी, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।

पीड़ित परिवार और सामाजिक पहलू:

रीना की पहली शादी से तीन बेटियां हैं, जबकि प्रदीप से उसके दो बच्चे हैं। इस हत्याकांड ने न सिर्फ दो परिवारों को उजाड़ दिया, बल्कि गांव में भी सनसनी फैला दी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का बयान:

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने प्रेस को जानकारी देते हुए कहा कि—

“मामले में बेहद सतर्कता और तकनीकी सूझबूझ से हमने 72 घंटे के भीतर हत्या की गुत्थी सुलझाई है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।”

न्याय की मांग और आगे की कार्रवाई:

ग्रामीणों और मृतक के परिजनों ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। पुलिस अब हत्या में प्रयुक्त अन्य सबूत जुटाने और केस को कोर्ट में मजबूत तरीके से प्रस्तुत करने की तैयारी में जुटी है।

यह मामला प्रेम-प्रसंग, धोखा और विश्वासघात की एक ऐसी भयावह कहानी है, जो बताती है कि कभी-कभी रिश्तों के पीछे छिपी साजिशें जानलेवा भी हो सकती हैं।

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