प्राच्य विद्या भूषण और लोक कल्याण रत्न से आचार्या डॉ. सुमेधा सम्मानित, प्रशस्ति पत्र संग दो लाख के चेक भी मिले
केंद्रीय मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने नई दिल्ली में किया सम्मानित
श्री लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विवि, नई दिल्ली, केन्द्रीय संस्कृत विवि, नई दिल्ली और राष्ट्रीय संस्कृत विवि, तिरुपति के वीसी भी रहे मौजूद
पद्मश्री चमूकृष्ण शास्त्री जी और संस्कृत भारती के अखिल भारतीय संगठन मन्त्री सम्मान्य श्री दिनेश कामत जी की भी रही गरिमामयी उपस्थिति
मऊ में लोक कल्याण सेवा न्यास मऊ की ओर से लोक कल्याण रत्न सम्मान – 2024
श्रीमद्यानन्द कन्या गुरुकुल चोटीपुरा की झोली में दो और बड़ी उपलब्धियां शामिल हो गई हैं। गुरुकुल की परम श्रद्धेया आचार्या डॉ. सुमेधा जी को नई दिल्ली में प्राच्य विद्या भूषण, जबकि यूपी के मऊ में लोक कल्याण रत्न से सम्मानित किया गया है। इन दोनों समारोह में डॉ. सुमेधा जी को एक – एक लाख के चेक और प्रशस्ति पत्र सम्मान स्वरूप प्रदान किए गए। उल्लेखनीय है, यूपी के ज्योतिबा फुले नगर जनपद अंतर्गत चोटीपुरा के श्रीमद्यानन्द कन्या गुरुकुल में समय-समय पर देश की लब्ध प्रतिष्ठित हस्तियों का मंगल आगमन होता रहता है। संघ प्रमुख श्री मोहन भागवत जी का हाल ही में गुरुकुल कैंपस में छह घंटे का प्रवास रहा। उन्होंने न केवल उपनयन समारोह में भाग लिया,बल्कि गुरुकुल में नवनिर्मित भव्य भवन का विधिविधान से उद्घाटन के संग रुद्राक्ष का पौधा भी रोपित किया था। योग गुरु श्री बाबा रामदेव, आचार्य बालकृष्ण, साध्वी ऋतंभरा जैसी नामचीन हस्तियां गुरुकुल में अपनी बहुमूल्य उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं।
भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद्, वसन्त कुञ्ज, नई दिल्ली के सभागार में श्री लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली और राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, तिरुपति की ओर से संयुक्त तत्वावधान में आयोजित उत्कर्षमहोत्सव’ में केन्द्रीय मन्त्री माननीय गिरिराज सिंह जी ने श्रीमद्यानन्द कन्या गुरुकुल चोटीपुरा की परम श्रद्धेया आचार्या डॉ. सुमेधा जी को ‘प्राच्यविद्याभूषण’ सम्मान से सम्मानित किया । इस सुअवसर पर तीनों विश्वविद्यालयों के कुलपतियों -प्रो. मुरली मनोहर पाठक, प्रो. श्रीनिवास वरखेडी ,प्रो. जेएसआर कृष्णमूर्ति , पद्मश्री चमूकृष्ण शास्त्री जी एवम् भारतीय संगठन मन्त्री सम्मान्य श्री दिनेश कामत जी की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।
दिल्ली में यह कार्यक्रम 12 अन्य संस्कृत विश्वविद्यालयों के सम्मानित कुलपतिवृन्द सहित अनेक संस्कृत प्रेमी महानुभावों की भी गरिमामयी उपस्थिति रही। इस सुअवसर पर परम श्रद्धेया आचार्या डॉ. सुमेधा जी को एक लाख रुपए के चेक के संग प्रशस्ति पत्र भी दिया गया। वेद की उक्ति ‘स्वेन क्रतुना संवदेत’ को चरितार्थ करने वाली पूज्या आचार्या जी के इस सम्मान से समस्त गुरुकुल परिवार अत्यन्त गौरवान्वित है।दूसरी ओर समाज सेवा, पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन के क्षेत्र में कार्यशील संस्था ‘लोक कल्याण सेवा न्यास मऊ, उत्तर प्रदेश’ ने ‘लोक कल्याण रत्न सम्मान – 2024’ के माध्यम से पूज्या आचार्या डॉ. सुमेधा जी को बालिका शिक्षा एवं समाज सेवा हेतु योगदान के लिए सम्मानित किया। मऊ में भी डॉ. सुमेधा जी को एक लाख का चेक और प्रशस्ति पत्र सम्मान स्वरूप प्रदान किए गए। सम्मान समारोह में मऊ में लोक कल्याण सेवा न्यास के अध्यक्ष श्री आनंद प्रताप सिंह की भी उल्लेखनीय मौजूदगी रही।