साल के आखिरी चंद्रग्रहण पर बंद हुए मंदिरों के कपाट, सुबह पांच बजे से शुरु हो चुका सूतककाल
देहरादून। इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण आज लगने वाला है, जिसको देख मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए है। अब मंदिरों के कपाट ग्रहण खत्म होने के बाद ही खुलेंगे, वहीं सुबह पांच बजे से सूतककाल शुरु हो चुका है, जिसको देख सुबह के समय में ही तमाम मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए है। आपको बता दें कि इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण दिन में एक बजकर बत्तीस मिनट से शुरु होकर शाम के 7 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। इसके बाद ही सभी मंदिरों के कपाट खोलें जाएंगे। मंदिरों के कपाट खुलने के बाद पूरे मंदिर को सबसे पहले शुद्ध जल से धोया जाएगा, इसके बाद पूरे मंदिर में गंगाजल से छिड़काव किया जाएगा। श्री बद्रीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ द्वारा बताया गया कि पंचांग गणना के मुताबिक भारत में चंद्र ग्रहण का असर शाम पांच बजकर 32 मिनट से शाम के 6 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। इसके बाद भारत वर्ष में ग्रहणकाल समाप्त हो जाएगा, इसके बाद लोग अपने किचन, घर की अच्छी तरह से सफाई करके गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें। आज ग्रहणकाल के बाद से सभी मंदिरों में कल यानि 9 नवंबर से प्रतिदिन की तरह पूजा- अर्चना होगी। ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य न करें, व गर्भवती महिलाओं को इस दौरान विशेष सावधानी बरतनें की आवश्यकता है। गर्भवती महिलाएं ग्रहण काल के दौरान घर से बाहर न निकलें।
जानिए किन राशियों के लिए शुभ है चंद्र ग्रहण
इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण कुछ राशि के जातकों के लिए शुभ संकेत लेकर आ रहा है। कुछ राशियां ऐसी है, जिन पर चंद्र ग्रहण का अच्छा प्रभाव पडेंगा। पहली राशि है-
मिथुन- इस राशि के जातकों के लिए यह चंद्र ग्रहण लाभकारी साबित हो सकता है।
कर्क- इस राशि वालों के लिए भी चंद्र ग्रहण फलदायी हो सकता है, मान- सम्मान में वृद्धि के साथ ही कार्यक्षेत्र में भी वृद्धि हो सकती है।
कुंभ- यह चंद्रग्रहण इस राशि के जातकों के करियर के लिए शुभदायी हो सकता है। कार्यक्षेत्र में अच्छा सुधार हो सकता है।