दशोली ब्लॉक से हुई शुरुआत, ग्रामीणों को दी गई आपदा सुरक्षा और प्राथमिक उपचार की ट्रेनिंग
भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी, चमोली शाखा ने एक नई पहल की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य है ग्रामीण क्षेत्रों को रेड क्रॉस की सेवाओं से जोड़ना और उन्हें आपदा प्रबंधन एवं प्राथमिक उपचार की जानकारी से लैस करना। यह अभियान चमोली जनपद के दशोली विकास खंड से आरंभ हुआ, जहां एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ खंड विकास अधिकारी भगवान सिंह राणा द्वारा किया गया। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील चमोली जैसे जनपद में इस प्रकार की पहल ग्रामीणों के जीवन सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है।
कार्यक्रम में महिला मंगल दलों और युवक संघों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली। राजकीय नर्सिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने ग्रामीणों को प्राथमिक उपचार और सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) की तकनीकी जानकारी दी। आपदा प्रबंधन विशेषज्ञ महेंद्र बिष्ट ने ग्रामीणों को प्राकृतिक आपदा के समय उठाए जाने वाले कदमों और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तार से बताया।
रेड क्रॉस चमोली के सचिव सुरेंद्र रावत ने कार्यक्रम का संचालन किया और ग्रामीणों को रेड क्रॉस की भूमिका एवं सेवाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह अभियान आगे अन्य विकास खंडों में भी चलाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक गांव इस मुहिम से जुड़ सकें।
इस अवसर पर राज्य समिति के सदस्य ओम भट्ट और भगत बिष्ट, युवा कल्याण अधिकारी दीपक बिष्ट, कनिष्ठ प्रमुख राजेश्वरी देवी, मंडल अध्यक्ष यशवंत बिष्ट, मनोज सिंह, शंकर सिंह और कमला देवी समेत कई स्थानीय जनप्रतिनिधि और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
रेड क्रॉस की यह पहल न केवल ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बना रही है, बल्कि आपदा के समय सामुदायिक सहभागिता और त्वरित प्रतिक्रिया के महत्व को भी उजागर कर रही है। यह कदम चमोली को एक अधिक जागरूक और सुरक्षित समाज की ओर ले जाने में सहायक सिद्ध हो सकता है।