पिथौरागढ़ में दर्दनाक हादसा: विवाह में शामिल होने आया जवान सड़क पर मृत मिला, पुलिस जांच जारी

पिथौरागढ़ जिले से एक बेहद दुखद और संवेदनशील खबर सामने आई है, जहाँ भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की 7वीं वाहिनी मिर्थी में तैनात जवान कैलाश नाथ गोस्वामी की एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई। महज 34 वर्ष की उम्र में इस तरह हुई असामयिक मृत्यु से न केवल उनका परिवार सदमे में है, बल्कि पूरी ITBP वाहिनी में शोक की लहर दौड़ गई है। जवान दो दिन की छुट्टी लेकर अपने गांव आए थे और एक विवाह समारोह में शामिल होने के बाद यह दर्दनाक हादसा हो गया।

जानकारी के अनुसार कैलाश नाथ गोस्वामी मूल रूप से रांथी गांव, धारचूला (पिथौरागढ़) के रहने वाले थे। बीते सोमवार को वे कुमौड़ क्षेत्र में एक विवाह समारोह में शामिल होने आए थे। शाम को वे घर लौटे, जहाँ उनकी पत्नी किरण, सात वर्षीय बेटी आरुषि और मात्र 11 माह का बेटा दक्ष उनकी वापसी का इंतजार कर रहे थे। घर पर कुछ समय बिताने के बाद वे दोबारा बारात में जाने के लिए निकले। रास्ते में वे अपने बड़े भाई से भी मिले, लेकिन कुछ ही घंटों बाद देर रात उनका शव खून से लथपथ सड़क पर मिला।

हादसा कुमौड़ और जाखनी के बीच स्थित सड़क पर हुआ, जहाँ बीती रात एक राहगीर ने उन्हें गंभीर रूप से घायल अवस्था में सड़क किनारे पड़ा देखा। राहगीर ने तुरंत पुलिस हेल्पलाइन 112 पर सूचना दी। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घायल जवान को जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। युवक के सिर पर गंभीर चोटें थीं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि किसी तेज रफ्तार वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी होगी। दुर्घटना के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया।

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव की पहचान की, जिसके बाद मृतक के परिजनों को सूचना दी गई। जवान के पिता दानी नाथ गोस्वामी ने पुलिस में तहरीर देकर घटना की निष्पक्ष जांच और वाहन चालक की पहचान कर कार्रवाई की मांग की है। कोतवाल ललित मोहन जोशी ने बताया कि क्षेत्र के सभी संभावित स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज खंगाला जा रहा है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि हादसे के समय सड़क पर कौन-कौन से वाहन गुजर रहे थे और उनमें से कौन सा वाहन इस दुर्घटना का कारण बन सकता है। पुलिस का कहना है कि फुटेज और तकनीकी जांच के आधार पर जल्द ही आरोपी वाहन और चालक की पहचान संभव है।

घटना के बाद मंगलवार सुबह रांथी गांव के पैत्रिक घाट पर जवान का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। ITBP के अधिकारियों और जवानों ने पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अंतिम विदाई दी। जवान की असामयिक मृत्यु से स्थानीय लोगों में भी गहरा शोक है, क्योंकि कैलाश नाथ न सिर्फ अपने परिवार बल्कि गांव के लिए भी गर्व का कारण थे।

मिर्थी में तैनात पूरे बल ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। अधिकारियों का कहना है कि कैलाश नाथ अपने कर्तव्यनिष्ठ, अनुशासित और शांत स्वभाव के लिए जाने जाते थे। परिवार पर अचानक आए इस संकट से गांव का माहौल भी गमगीन हो गया है। पत्नी और बच्चों की हालत बदहवास है, जबकि पिता और भाई इस दुःखद घटना को समझ पाने की स्थिति में नहीं हैं।

जवान की मौत ने फिर एक बार पहाड़ी सड़कों पर रात के समय सुरक्षा और निगरानी से जुड़े सवाल भी खड़े किए हैं। क्षेत्र के लोग मांग कर रहे हैं कि इस मार्ग पर स्ट्रीट लाइट और पुलिस गश्त बढ़ाई जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और जल्द ही दुर्घटना की पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी। परिवार को न्याय दिलाने के लिए जांच में तेजी लाई जा रही है।

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