खेल दिवस पर टीएमयू स्पोर्ट्स कॉलेज की झोली उपलब्धियों से लबरेज़
प्रो. श्याम सुंदर भाटिया
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के स्पोर्ट्स स्टेडियम का दूर-दूर तक कोई सानी नहीं है। इसकी भव्यता बेमिसाल है। यूनिवर्सिटी की झोली में रणजी ट्राफी की मेजबानी बड़ी उपलब्धियों में एक है। 2015 में उत्तर प्रदेश बनाम मध्य प्रदेश के इस राष्ट्रीय टूर्नामेंट में कुलदीप यादव, पीयूष चावला, प्रवीन कुमार, अमित मिश्रा, नमन ओझा, रजत पाटीदार सरीखे खिलाड़ियों ने अपने-अपने जौहर दिखाए। इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट से पूर्व दुनिया के नामचीन लॉर्डस पवेलियन के पैटर्न पर निर्मित टीएमयू के क्रिकेट पवेलियन का उद्घाटन तत्कालीन यूपीसीए के सेक्रेटरी, आईपीएल के चेयरमैन एवम् राज्यसभा सदस्य राजीव शुक्ला के करकमलों से हुआ। यह टीएमयू के लिए गौरव की बात है, 2012 में कूच विहार ट्रॉफी और 2014 में कर्नल सीके नायडू ट्रॉफी की भी मेजबानी की है। भारतीय टीम के दो अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी- राइट आर्म फास्ट एंड फास्ट मीडियम बॉलर श्री मोहम्मद शमी और स्पिन बॉलर श्री पीयूष चावला का इस क्रिकेट मैदान से गहरा नाता है। ये मशहूर खिलाड़ी समय-समय पर यूनिवर्सिटी आकर युवा खिलाड़ियों को टिप्स देकर उनकी हौसलाफजाई करते रहे हैं। टिमिट सीपीई के स्टुडेंट्स ने विदेशों में यूनिवर्सिटी का नाम रोशन किया है। बीपीएड के छात्र विपिन गौतम 2019 में वियतनाम में ताइक्वांडो की एशियन ओपन चैंपियनशिप, इसी साल बीपीएड की छात्रा सविता गुरूंग जूडो में किर्गिस्तान में एशियन चैंपियनशिप, जबकि वालीबॉल की अंडर-19 वर्ल्ड चैंपियनशिप, मलेशिया में अंशु रानी सरीखी प्रतिभाएं अपना जौहर दिखा चुकी हैं।
उत्कृष्ट पवेलियन एवम् दमदार मैदान के चलते तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी में 2021 में आवासीय क्रिकेट एकेडमी की स्थापना की है, जिसमें 10 साल से लेकर किशोरों तक को क्रिकेट का हरफनमौला बनने की सघन ट्रेनिंग दी जाती है। एकेडमी में यूपी के संग-संग उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ सरीखे सूबों के युवान प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में मजबूत भागीदारी के लिए यूनिवर्सिटी के स्टुडेंट्स को सघन प्रशिक्षण दिया जाता है। टीएमयू के इस क्रिकेट मैदान पर स्टुडेंट्स से लेकर आला अफसरान के बीच डे-नाइट मैच भी होते रहते हैं। क्रिकेट के संग-संग वालीबॉल एवम् जूडो में यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन रहा है। वालीबॉल में अंशु रानी की झोली में चार स्वर्ण पदक हैं। ये चारों गोल्ड मेडल एल्युमिना अंशु रानी ने बतौर कप्तान यूपी सीनियर स्टेट वालीबॉल चैंपियनशिप में जीते हैं। जूडो में सविता गुरंग ने इतिहास रचा है। एल्युमिना गुरंग ने ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी जूडो प्रतियोगिता में दो बार स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। इन दोनों खिलाड़ियों ने ये छह गोल्ड मेडल्स लगातार पाए हैं। इन दोनों खिलाड़ियों के अलावा यूनिवर्सिटी के हजारों छात्रों ने अपनी प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में समय-समय पर यूनिवर्सिटी का मान बढ़ाया है। 2014 में 44वीं सीनियर नेशनल एवम् इंटरस्टेट कैरम चैंपियनशिप हो चुकी है। 2017 में 7वीं प्री यूपी शूटिंग चैंपियनशिप की मेजबानी भी टीएमयू कर चुका है। 2019 में यूपी सीनियर स्टेट बॉस्केट बाल चैंपियनशिप, के संग-संग टीएमयू कॉलिजिएट और स्कूल चैंपियनशिप भी अमूमन हर साल होती रहती हैं। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन कहते हैं, इन दोनों एल्युमिना पर हमें नाज है।
यूनिवर्सिटी के स्टुडेंट्स को टिमिट कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन की ओर से बैडमिंटन, कबड्डी, कुश्ती, हॉकी, फुटबाल, एथलेटिक मीट, चेस, कैरम, ताइक्वांडो, बॉक्सिंग, बॉडी बिल्डिंग सरीखे खेलों में सघन प्रशिक्षण दिया जाता है। योग और जिमनास्टिक का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। टिमिट कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन- टिमिट सीपीई का इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स नॉर्थ इंडिया के अत्याधुनिक इंडोर स्टेडियम में शुमार होता है, क्योंकि इसके विशाल हॉल में बैडमिंटन के आठ मैच एक समय में एक साथ खेले जा सकते हैं। टिमिट सीपीई के प्राचार्य प्रो. मनु मिश्रा कहते हैं, हमारे कॉलेज में बीपीईएस, बीपीएड, एमपीएड के संग-संग पीएचडी कराने की सुविधा है। मेधावी छात्रों को प्रवेश के समय विशेष खेल छात्रवृति देने का भी प्रावधान है। संप्रति में यूपी के अलावा उत्तराखंड, एमपी, राजस्थान, बिहार, झारखंड आदि के स्टुडेंट्स टिमिट कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन में अध्ययनरत हैं। उल्लेखनीय है, खेल दिवस पर हर साल टिमिट कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन की ओर से हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द का भावपूर्ण स्मरण किया जाता है।
यादों का झरोखाः नामचीन लॉर्डस पवेलियन के पैटर्न पर निर्मित टीएमयू के क्रिकेट पवेलियन से 2015 में उत्तर प्रदेश बनाम मध्य प्रदेश के बीच खेले जा रहे रणजी मैच के विहंगम दृश्य को डीएसएलआर कैमरे में कैद करते हुए तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन।