थराली में पुल शिलान्यास बना सियासी अखाड़ा, पूजा शुरू होते ही भड़का विवाद, विधायक लौटे बैरंग

शिलान्यास कार्यक्रम में देरी पर मचा बवाल, कार्यकर्ताओं की नाराजगी के बीच बिना शामिल हुए लौटे MLA

चमोली। जनपद के थराली विकासखंड में सोमवार को प्रस्तावित मोटर पुल के शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। कुलसारी-सुनाऊ मोटर पुल के शिलान्यास को लेकर आयोजित कार्यक्रम उस वक्त विवादों में घिर गया, जब पूजा विधायक के पहुंचने से पहले ही शुरू कर दी गई। इससे नाराज होकर थराली विधायक भूपालराम टम्टा बिना कार्यक्रम में शामिल हुए ही वापस लौट गए।

दरअसल, कुलसारी क्षेत्र में कुलसारी-सुनाऊ को जोड़ने वाले मोटर पुल का शिलान्यास और भूमि पूजन थराली विधायक द्वारा किया जाना तय था। लोक निर्माण विभाग ने इस कार्यक्रम के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को आमंत्रित किया था। तय कार्यक्रम के अनुसार पूजा का एक निश्चित मुहूर्त निर्धारित था।

विधायक के पहुंचने से पहले शुरू हुई पूजा

सोमवार को कार्यक्रम स्थल पर तय समय तक विधायक नहीं पहुंचे। इसी बीच पूजा का मुहूर्त निकल रहा था, जिस पर मौजूद लोगों ने मंत्रोच्चार के साथ भूमि पूजन शुरू कर दिया। जैसे ही यह जानकारी भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को लगी, उन्होंने इस पर कड़ा ऐतराज जताया और नाराज होकर कार्यक्रम स्थल छोड़ दिया।

बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर थराली विधायक का वाहन रोककर उन्हें पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई। जानकारी मिलते ही विधायक ने मौके पर मौजूद विभागीय अधिकारियों पर नाराजगी जताई और कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे बिना ही वापस लौट गए।

विधायक की नाराजगी, अधिकारियों को फटकार

इस घटनाक्रम को लेकर विधायक भूपालराम टम्टा ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि भूमि पूजन उनकी अनुपस्थिति में शुरू किया गया, जिससे कार्यकर्ताओं में भारी रोष था। उन्होंने इसे कार्यक्रम की गरिमा के खिलाफ बताया और लौटना ही उचित समझा।

हालांकि विधायक के लौटने के बाद भी शिलान्यास स्थल पर भूमि पूजन की प्रक्रिया पूरी की गई। इस दौरान थराली ब्लॉक प्रमुख प्रवीण पुरोहित, ज्येष्ठ प्रमुख नवनीत रावत समेत स्थानीय ग्रामीण और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

विभागीय सफाई और ब्लॉक प्रमुख का पक्ष

इस पूरे मामले पर लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता अमित पुरोहित ने विभाग की ओर से सफाई देते हुए कहा कि—

शिलान्यास कार्यक्रम में पूजा विधायक के आने से पहले शुरू हो गई थी, हालांकि बाद में उसे रोक दिया गया था। इसमें विभागीय अधिकारियों की कोई लापरवाही नहीं है।

वहीं थराली ब्लॉक प्रमुख प्रवीण पुरोहित ने पूजा शुरू करने को सही ठहराते हुए कहा कि—

पूजा का मुहूर्त पहले से तय था। इसलिए समय पर पूजा शुरू की गई थी। विधायक काफी देरी से पहुंचे थे। फिर भी पूजा को उनके आने तक रोक दिया गया था।

स्थानीय स्तर पर बढ़ी चर्चा

इस पूरे घटनाक्रम के बाद क्षेत्र में राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। जहां एक ओर कार्यकर्ता इसे प्रोटोकॉल और सम्मान से जुड़ा मामला बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इसे समय प्रबंधन और समन्वय की कमी का नतीजा बताया जा रहा है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.

https://www.breaknwaves.com/jet_skis_boat_rentals.html