उत्तराखंड में बर्फबारी और वर्षा का कहर, गंगोत्री हाईवे पर हिमस्खलन से मची अफरा-तफरी
उत्तराखंड में पिछले तीन दिनों से लगातार हो रही बर्फबारी और वर्षा ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। चमोली जिले के बाद अब गंगोत्री हाईवे पर भी हिमस्खलन (एवलांच) का कहर देखने को मिला है। गंगनानी से गंगोत्री के बीच डबरानी इलाके में हुए हिमस्खलन के कारण हाईवे पर बोल्डर आ गए हैं और पत्थर गिरने की घटनाएं हो रही हैं, जिससे आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है। इस प्राकृतिक आपदा के कारण गंगा और यमुनाघाटी के कई गांव बर्फ से ढक गए हैं और इलाके में बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है।
मुख्य बिंदु:
- गंगोत्री हाईवे पर डबरानी में हिमस्खलन हुआ, जिससे सड़क मार्ग बाधित हो गया है।
- हिमस्खलन के कारण गंगनानी से गंगोत्री के बीच आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है।
- बर्फबारी और बारिश के कारण गंगा व यमुनाघाटी के 24 से अधिक गांव बर्फ से ढक गए हैं।
- गंगोत्री धाम में चार फीट तक बर्फ गिर चुकी है, वहीं यमुनोत्री धाम में तीन फीट बर्फ पड़ी है।
- बर्फबारी और बारिश के चलते 48 गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।
- कई ऊंचाई वाले इलाकों में सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद हो चुके हैं।
बर्फबारी से प्रभावित इलाके:
उत्तरकाशी जिले में तीन दिन से लगातार वर्षा और बर्फबारी जारी है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी से गंगोत्री के बीच डबरानी इलाके में हिमस्खलन हुआ है, जिससे सड़क मार्ग बंद हो गया है। इसके अलावा, गंगोत्री और यमुनोत्री के आसपास के इलाकों में भारी बर्फबारी के कारण कई गांव बर्फ से ढक गए हैं। गंगोत्री धाम में चार फीट और यमुनोत्री धाम में तीन फीट बर्फ पड़ चुकी है।
बिजली आपूर्ति पर असर:
बर्फबारी और वर्षा के चलते गंगा और यमुनाघाटी में 48 से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। हर्षिल घाटी के आठ गांवों में गुरुवार रात से ही बिजली नहीं है। इसी प्रकार, पुरोला और मोरी के 35 गांवों में भी बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। इन गांवों में ठंड और अंधेरे का सामना करना पड़ रहा है।
सड़कों और रास्तों की स्थिति:
वर्षा और बर्फबारी के कारण सड़कों पर अत्यधिक फिसलन हो गई है, जिससे आवाजाही में खासी मुश्किलें आ रही हैं। यमुनोत्री धाम के ऊंचाई वाले इलाकों में फूलचट्टी से जानकी चट्टी, नारायण पुरी और खरसाली के रास्ते पूरी तरह से बंद हो गए हैं। इस दौरान, खरसाली में गुरुवार शाम को हल्की बर्फबारी हुई थी, लेकिन वर्षा के कारण बर्फ ज्यादा समय तक नहीं टिक पाई। सड़कों की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि यात्री और स्थानीय लोग बहुत सावधानी से ही आवाजाही कर पा रहे हैं।
अन्य इलाकों की स्थिति:
पुरोला क्षेत्र में लगातार तीन दिनों से मूसलधार वर्षा और बर्फबारी का सिलसिला जारी है। रिखनाल, सिंगाई, सरूका, रींगाली, आराकोट, बंगाण, बालचा, मोड़ा समेत कई ऊपरी पहाड़ियों में बर्फबारी और वर्षा हो रही है। फिताड़ी मोटर मार्ग के दो किमी भू-धंसाव से प्रभावित होने के कारण फिताड़ी, लिवाड़ी, कास्ला, रेकचा गांवों की आवाजाही ठप हो गई है।
राज्य सरकार और प्रशासन द्वारा बर्फबारी और हिमस्खलन के चलते स्थिति की निगरानी की जा रही है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए चेतावनी जारी की गई है।
खतरनाक मौसम से बचने के लिए सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है।