ढालवाला में शराब के ठेके का विरोध, पुलिस ने किया बल प्रयोग , विरोध जारी, दो अनशनकारियों की तबीयत बिगड़ी

हत्या की घटना के बाद भड़का विरोध, आंदोलनकारी ठेका हटाने की कर रहे मांग, प्रशासन की सख़्ती से तनावपूर्ण हालात

टिहरी। ढालवाला क्षेत्र में शराब के ठेके को लेकर मचा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीती 25 अक्टूबर की रात हुई एक युवक की हत्या के बाद से स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। इसी के चलते बुधवार को शराब का ठेका खुलने पर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया, जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को हटाना पड़ा।

हत्या के बाद भड़का विरोध, लोग ठेका हटाने पर अड़े

जानकारी के अनुसार, 25 अक्टूबर की रात करीब 10:30 बजे खारास्रोत वाइन शॉप के पास दो युवकों में झगड़ा हुआ, जिसके दौरान एक युवक ने दूसरे युवक पर चाकू से हमला कर दिया। घायल युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। दोनों युवक मुनि की रेती क्षेत्र के निवासी बताए जा रहे हैं।

घटना के बाद गुस्साए स्थानीय लोगों ने मृतक का शव सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी शुरू की। लोगों का कहना था कि इस ठेके के कारण इलाके में लगातार अपराधिक घटनाएँ हो रही हैं और यह सामाजिक माहौल को बिगाड़ रहा है। उन्होंने ठेका स्थायी रूप से बंद करने की मांग की।

पुलिस ने किया हल्का बल प्रयोग, ठेका खुलवाया

बुधवार को जब पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ठेका खुलवाने पहुँची तो प्रदर्शनकारियों ने जमकर विरोध किया। पुलिस द्वारा हटाने की कोशिश पर स्थिति तनावपूर्ण हो गई। विरोध बढ़ता देख पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया गया और ठेका खोल दिया गया।

इसके बावजूद स्थानीय लोगों का विरोध थमा नहीं है। आंदोलनकारी अब भी कुंभ मेला पार्किंग में धरने पर डटे हुए हैं और शराब का ठेका बंद कराने की मांग पर अड़े हैं।

आमरण अनशन पर बैठे युवकों की तबीयत बिगड़ी

ठेका हटाने की मांग को लेकर राजन बिष्ट, संदीप भंडारी और विकास चंद्र रयाल नामक तीन युवकों ने आमरण अनशन शुरू किया था। बुधवार को संदीप भंडारी और राजन बिष्ट की तबीयत बिगड़ने पर पुलिस ने उन्हें उठाकर एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया, जबकि विकास रयाल अब भी अनशन पर डटे हुए हैं।

प्रशासन अलर्ट, भारी पुलिस बल तैनात

क्षेत्र में किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार मौके पर डटे हुए हैं। आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ठेका बंद करने का निर्णय शासन स्तर पर लिया जा सकता है, विभाग अपने स्तर पर ऐसा नहीं कर सकता।

वहीं, पुलिस प्रशासन का कहना है कि उनकी तैनाती केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से की गई है।

स्थानीयों का ऐलान — ठेका हटे बिना विरोध जारी रहेगा

स्थानीय लोगों ने स्पष्ट कहा है कि जब तक ढालवाला क्षेत्र से शराब का ठेका पूरी तरह से हटाया नहीं जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि शासन ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो वे आंदोलन को जिला मुख्यालय तक ले जाएंगे।

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