देहरादून, पर्यटकों की भीड़ और पर्यावरणीय दबाव को नियंत्रित करने के लिए मसूरी में अब नई व्यवस्था लागू की गई है। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के निर्देश पर पर्यटन विभाग ने मसूरी यात्रा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य कर दिया है।
नई व्यवस्था के तहत, मसूरी में होटल, होम स्टे या गेस्ट हाउस में ठहरने वाले सभी पर्यटकों को पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर जाकर नाम, संपर्क नंबर, वाहन संख्या, ठहरने का स्थान और यात्रा तिथि जैसी जानकारी देनी होगी। भारतीय पर्यटकों को मोबाइल ओटीपी, जबकि विदेशी पर्यटकों को ईमेल वेरिफिकेशन के माध्यम से पंजीकरण की पुष्टि मिलेगी। रजिस्ट्रेशन पूरा होने पर एक QR कोड जारी होगा, जिसे प्रवेश बिंदुओं पर दिखाना अनिवार्य होगा।
कई स्तरों पर निगरानी व्यवस्था
पर्यटन नियंत्रण के लिए मसूरी के किमाड़ी, केंप्टी फॉल्स और कुठाल गेट जैसे प्रमुख प्रवेश मार्गों पर ANPR (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) तकनीक से युक्त हाई-टेक कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे वाहनों की निगरानी करेंगे और रजिस्ट्रेशन न कराने वाले वाहनों को ट्रैक करेंगे।
15,000 से अधिक वाहन प्रतिदिन, पर्यावरणीय दबाव अधिक
पीक सीजन में प्रतिदिन 15,000 से ज्यादा वाहन मसूरी पहुंचते हैं, जिससे ना केवल यातायात की समस्या होती है, बल्कि पर्यावरण पर भी बड़ा दबाव पड़ता है। एनजीटी के आदेश पर इस व्यवस्था को लागू कर भीड़ नियंत्रित करने और पर्यावरण संरक्षण का लक्ष्य रखा गया है।
होटलों को भी पंजीकरण के निर्देश
अब तक 30 से अधिक होटल, होम स्टे और गेस्ट हाउस इस ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके हैं। पर्यटन विभाग ने शेष आवासीय इकाइयों को भी शीघ्र पंजीकरण कराने के निर्देश दिए हैं।