काशीपुर/रुद्रपुर : लुटेरी दुल्हन की हाईप्रोफाइल ठगी का पर्दाफाश: 18 मुकदमे, फर्जी पहचान और विदेश भागने की साजिश

काशीपुर/रुद्रपुर – उत्तराखंड पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है, जो खुद को कभी हाईकोर्ट की वकील, कभी नामी बिजनेसवूमन, तो कभी नामचीन ब्रांड की एंबेसडर बताकर लोगों को अपने प्रेमजाल में फंसाती थी और फिर लाखों की ठगी कर फरार हो जाती थी। आरोपी महिला हिना रावत मूल रूप से उत्तराखंड के काशीपुर की रहने वाली है और अब तक उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न थानों में 18 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं।

ठगी का नया फॉर्मूला: शादी का झांसा, प्रेमजाल और ब्लैकमेलिंग

हिना रावत का ठगी करने का तरीका बेहद पेशेवर और योजनाबद्ध था। वह मेट्रोमोनियल वेबसाइटों और सोशल मीडिया के माध्यम से खुद को एक अविवाहित, आत्मनिर्भर और प्रतिष्ठित महिला के रूप में पेश करती थी। एक बार जब व्यक्ति उसके जाल में फंसता, तो वह भावनात्मक रूप से जुड़ाव बनाकर शादी का प्रस्ताव देती। शादी के बाद शुरू होती असली ठगी—पैसों की मांग, मानसिक प्रताड़ना और आत्महत्या की धमकी देकर ब्लैकमेल।

हर बार नया नाम, नई कहानी – मगर मकसद एक ही: ठगी

हिना रावत ने अब तक ‘निकिता’, ‘अंकिता’, ‘श्रुति’ और ‘स्वाति’ जैसे फर्जी नामों से अपनी पहचान छुपाई। कभी वकील, तो कभी कॉन्ट्रैक्टर या ब्रांड एंबेसडर बनकर वह लोगों को अपने जाल में फंसाती रही। उसके पास से बरामद फर्जी दस्तावेज, आधार कार्ड और ₹50,000 नकद यह साबित करते हैं कि वह पूरी तैयारी के साथ अपराध करती थी।

रुद्रपुर निवासी से लाखों की ठगी, फिर खुला पूरा मामला

इस मामले का खुलासा तब हुआ जब रुद्रपुर के दीपक कक्कड़ नामक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। दीपक ने बताया कि हिना ने खुद को हाईकोर्ट की वकील बताकर उनसे संपर्क किया और शादी के लिए राजी कर लिया। शादी के कुछ ही समय बाद महिला ने पैसे की मांग शुरू की और प्रताड़ना के साथ आत्महत्या की धमकी देने लगी। जब बात हद से पार हो गई, तो दीपक ने पुलिस का सहारा लिया।

विदेश भागने की थी साजिश, पुलिस ने जाल बिछाकर पकड़ा

जांच में यह भी सामने आया कि हिना भारत छोड़कर विदेश भागने की योजना बना रही थी, जिसके लिए उसे करीब ₹30 लाख की जरूरत थी। वह इस रकम को ठगी करके जुटाने की फिराक में थी। दीपक से ₹50,000 की डिमांड के दौरान ही पुलिस ने जाल बिछाकर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

संगठित गिरोह का हिस्सा, पुलिस की बड़ी कार्रवाई की तैयारी

एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि हिना रावत अकेले नहीं बल्कि एक पूरे संगठित गिरोह के साथ काम कर रही थी, जो फर्जी दस्तावेज बनाने, पहचान छुपाने और पीड़ितों को धमकाने का काम करता था। पुलिस इस गिरोह की गतिविधियों की गहनता से जांच कर रही है और जल्द ही अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी की संभावना है।

न्यायिक हिरासत में है आरोपी, पुलिस कर रही अन्य मामलों की जांच

फिलहाल हिना रावत न्यायिक हिरासत में है और उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस अन्य पीड़ितों और मामलों की तफ्तीश कर रही है। पुलिस को भरोसा है कि आने वाले समय में और भी कई ठगी के मामलों का खुलासा होगा।

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