टनकपुर (चम्पावत): उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को एक सराहनीय पहल के तहत “बाल संवाद कार्यक्रम” में चम्पावत जिले के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधा संवाद किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था — विद्यालयों में खेल गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा और उदीयमान खिलाड़ियों की जरूरतों, समस्याओं व सुझावों को सुनना।
मुख्यमंत्री धामी ने टनकपुर स्थित पर्यटक आवास गृह से संवाद की शुरुआत की और राजकीय इंटर कॉलेज चम्पावत के गौरव, पाटी की प्रीति, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज टनकपुर की कंचन, चौमेल के सागर, और चम्पावत की मोनिका से बातचीत की। इन विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे “मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना” का लाभ ले रहे हैं, जिससे उनके खेल कौशल को निखारने में बड़ी मदद मिल रही है।
खेल और शिक्षा का संतुलन जरूरी: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, “आप पढ़ाई के साथ खेलों को भी समान महत्व दें। खेल न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक और भावनात्मक विकास में भी अहम भूमिका निभाते हैं।” उन्होंने युवाओं को ‘अमृतकाल का सारथी’ बताते हुए अनुशासन, समय प्रबंधन और परिश्रम को जीवन का मूल मंत्र बताया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि के साथ-साथ अब ‘खेलभूमि’ के रूप में भी अपनी अलग पहचान बना रहा है। इसके लिए राज्य सरकार खेल संस्कृति को मजबूत करने और खिलाड़ियों को बेहतर मंच देने के लिए नवीन खेल नीति और योजनाएं लगातार लागू कर रही है।
राज्य सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार युवाओं के सर्वांगीण विकास हेतु खेल प्रतिभाओं को पहचानने, प्रशिक्षण देने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना को इस दिशा में एक निर्णायक कदम बताते हुए कहा कि इसका लाभ अधिक से अधिक छात्रों तक पहुंचे, यह सरकार की प्राथमिकता है।
बड़ी संख्या में हुई भागीदारी
कार्यक्रम में चम्पावत, पाटी, चौमेल, टनकपुर और चमदेवल क्षेत्रों के विभिन्न विद्यालयों के सैकड़ों छात्र-छात्राएं और शिक्षकगण उपस्थित रहे। छात्रों ने संवाद के इस अवसर को बेहद उत्साहजनक और प्रेरणादायक बताया।