उत्तराखंड:पूर्व सीएम हरीश रावत के ‘मास्टर स्ट्रोक’ से भाजपा में मची खलबली,एक तीर से साधे कई निशाने
उत्तराखंड:पूर्व सीएम हरीश रावत के ‘मास्टर स्ट्रोक’ से भाजपा में मची खलबली,एक तीर से साधे कई निशाने
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने बीते दिनों दिल्ली में राहुल गांधी के समक्ष भाजपा सरकार के परिवहन एवं आबकारी मंत्री यशपाल आर्य और नैनीताल के भाजपा विधायक एवं यशपाल आर्य के पुत्र संजीव आर्य की कांग्रेस पार्टी में घर वापसी करवा कर भाजपा को धीरे से ही सही पर जोर का झटका तो दे ही दिया है….
दरअसल उत्तराखंड में आज भी सीएम के चेहरे के रूप में पहली पसंद के तौर पर जनता हरीश रावत को ही चाहती है….इस बात का खुलासा हाल ही में कई टीवी चैनल की सर्वे रिपोर्ट में भी हुआ है….उत्तराखंड राजनैतिक पुरोधा भी यह है जानते हैं इस बार हरीश रावत ने उत्तराखंड की राजनीति में विधानसभा चुनाव से पहले एक सियासी बाण चलाकर कई निशानों को साधना में सफलता हासिल कर ली है….
उधर सूत्रों की माने तो अभी कुमायूं मंडल से भाजपा के 3 विधायक और कांग्रेस से बगावत कर भाजपा में शामिल होने वाले प्रदेश के कई भाजपा विधायक भी हरीश रावत के संपर्क में हैं….उधर तराई में यशपाल आर्य की कांग्रेस में वापसी के बाद कम से कम नैनीताल और ऊधमसिंहनगर जिले में तो कांग्रेस पार्टी जरूर मजबूत होगी क्योंकि सरल एवं व्यवहार कुशल व्यक्तित्व के धनी यशपाल आर्य की तराई में काफी मजबूत पकड़ है और ऊधमसिंहनगर- नैनीताल लोकसभा सीट की 5 विधानसभा सीटों के मतदाताओं पर तो यशपाल आर्य की काफी मजबूत पकड़ है,जिसका फायदा भी निश्चित तौर पर आने वाले समय में कांग्रेस पार्टी को मिलना चाहिए….
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा में आए रायपुर के भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ को अब यशपाल आर्य के स्थान पर कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की चर्चा भी जोरों पर है….सूत्रों के अनुसार बीते दिनों उमेश शर्मा काऊ भी यशपाल आर्य के साथ दिल्ली में कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए गए थे पर एकाएक अनिल बलूनी की मध्यस्थता के बाद उमेश शर्मा काऊ ने यू-टर्न ले लिया,जबकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि हरीश रावत की आपत्ति के कारण ही उमेश शर्मा काऊ की कांग्रेस पार्टी में वापसी नहीं हो सकी….
राजनीति के जानकारों की माने तो वर्तमान समय में कांग्रेस पार्टी के पास राज्य में दलित चेहरे के रूप में जनता-जनार्दन में मजबूत पकड़ रखने के साथ-साथ राजनीतिक गुणा-गणित में महारत हासिल रखने वाले नेता के तौर पर यशपाल आर्य से बड़ा कोई और नेता नहीं है….
साथ ही यशपाल आर्य की कांग्रेस में घर वापसी के बाद कांग्रेस पार्टी अब पूरे कुमाऊं मंडल में पहले से मजबूत स्थिति में खड़ी हो गई है….कुल मिलाकर हरीश रावत के इस सियासी ‘मास्टर स्ट्रोक’ से भारतीय जनता पार्टी में तो खलबली मची ही गई है।