गंगा जन्म उत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार पहुंचकर मां गंगा की पूजा अर्चना की
हरिद्वार गंगा जन्म उत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार पहुंचकर मां गंगा की पूजा अर्चना की मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी धर्म पत्नी गीता धामी के साथ हरिद्वार हर की
पौड़ी पर पहुंच कर मां गंगा में दूध अभिषेक कर विधिवत पूजा की।तो वही हिंदू धर्म में हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाई जाने वाली गंगा सप्तमी का बहुत ही खास महत्व है। आज दिन को गंगा सप्तमी भी कहा जाता है । गंगा जन्म उत्सव के अवसर पर देश के कोने कोने से आकर श्रद्धालु हरिद्वार हर की पौड़ी पर पहुंचकर गंगा स्नान कर रहे है। श्री गंगा सभा महामंत्री तन्मय वशिष्ठ अपनी जानकारी देते हुए बताया कि गंगा जन्म उत्सव के अवसर पर श्रद्धालु गंगा में स्नान करने से पापों से मुक्त होते हैं उनको अभी ध्यान रखना चाहिए कि हमें गंगा को प्रदूषण से बचाना चाहिए गंगा घाटों पर किसी प्रकार की गंदगी ना करें।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उप चुनाव के नामांकन से पहले हरिद्वार पहुंचकर मां गंगा की विधिवत पूजा अर्चना की ओर आशीर्वाद प्राप्त किया। सीएम धामी ने कहा कि 3 मई से गंगोत्री यमुनोत्री धाम सहित अब चारों धामों के कपाट खुल गए हैं लगातार श्रद्धालु चार धाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आ रहे सभी यात्रियों की यात्रा मंगलमय हो इसी को लेकर आज गंगा मां का पूजन किया गया है। उदयगढ़ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि गंगा मैं दूध अभिषेक कर गंगा मां का आशीर्वाद लिया है उनसे प्रार्थना की है कि उनका आशीर्वाद सदैव हमारे ऊपर बना रहे वह सभी कार्य निर्विघ्न संपन्न हो ।
इस दौरान हरिद्वार तीर्थ पुरोहित उज्जवल पंडित ने कहा कि आज है मां गंगा का जन्मोत्सव आज के दिन मोक्षदायिनी मां गंगा स्वर्ग लोक से भगवान शिव की जटाओं में पहुंची थीं। और शिव की जटाओ से होते हुए माँ गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। इसलिए इस दिवस को गंगा सप्तमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन तीर्थ पुरोहित और लाखों की तादाद में श्रद्धालु हरिद्वार आकर बड़े ही उत्साह के साथ गंगा में स्नान कर पूण्य की कामना करते हैं। और जो भी सच्चे मन से कुछ भी मांगता है। उसकी मनोकामना पूरी होती हैं।कहा जाता है कि गंगा सप्तमी पर मोक्षदायिनी मां गंगा में डुबकी लगाने से पापों का हरण होता है गंगा सप्तमी के दिन गंगा पूजन ओर स्नान से यश-सम्मान की प्राप्ति होती है मां गंगा तीनों लोक देवलोक मृत्युलोक और पाताल लोक को अपने पवित्र जल से तृप्त करती हैं इसीलिए श्रद्धालु मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए हरिद्वार आते हैं।