तीर्थनगरी बद्रीनाथ में नकली मोबाइल बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 6 आरोपी गिरफ्तार

गफ्फार मार्केट से फर्जी मोबाइल खरीदकर धार्मिक स्थलों पर करते थे ठगी, बद्रीनाथ में 14 फोन समेत 6 दबोचे गए

बद्रीनाथ में मोबाइल धोखाधड़ी गिरोह का पर्दाफाश, 6 गिरफ्तार, 14 नकली फोन और फर्जी बिल बरामद

बद्रीनाथ, चमोली: उत्तराखंड की तीर्थनगरी बद्रीनाथ में पुलिस ने एक बड़े मोबाइल धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह देश के विभिन्न हिस्सों से पुराने और घटिया मोबाइल फोन खरीदकर उन्हें फर्जी बिलों के साथ ऊंचे दामों पर बेचकर लोगों को चूना लगा रहा था। बद्रीनाथ पुलिस ने इस गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से 14 नकली मोबाइल फोन और कई फर्जी बिल जब्त किए हैं। ये सभी आरोपी मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के निवासी हैं।

ठगी का खुलासा शशांक बिष्ट की शिकायत से हुआ

मामला 27 मई 2025 को उस समय सामने आया जब माणा गांव निवासी शशांक बिष्ट ने थाना श्री बद्रीनाथ में एक लिखित शिकायत दी। उन्होंने बताया कि एक अजनबी ने मजबूरी का हवाला देते हुए उन्हें ₹11,000 में एक ओप्पो मोबाइल फोन बेचा और साथ में बिल भी दिया। अगले दिन जब फोन चालू नहीं हुआ, तो जांच में सामने आया कि फोन का IMEI नंबर और कंपनी से जुड़ी अन्य जानकारियां मेल नहीं खा रहीं थीं। इस पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए केस संख्या 04/2025, धारा 318(4) व 3(5) बीएनएस के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया।

एसपी चमोली के निर्देश पर गठित हुई विशेष टीम

प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसपी चमोली श्री सर्वेश पंवार ने थानाध्यक्ष श्री बद्रीनाथ को एक विशेष पुलिस टीम गठित करने का आदेश दिया। नवनीत भंडारी के नेतृत्व में बनी इस टीम ने सटीक सुरागरसी और त्वरित कार्रवाई करते हुए बद्रीनाथ आईएसबीटी क्षेत्र से 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार आरोपी और उनकी पहचान

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान निम्नानुसार हुई:

  1. जय सिंह पंवार (35 वर्ष)

  2. आकाश पंवार (24 वर्ष)

  3. करन पंवार (31 वर्ष)

  4. सनी पंवार (34 वर्ष)

  5. विकास पंवार (22 वर्ष)

  6. रामू मोहन (33 वर्ष)
    सभी आरोपी खंडवा जिले के बोर गांव, मध्य प्रदेश के निवासी हैं।

गिरोह की कार्यप्रणाली: सस्ते फोन, झूठी मजबूरी और मोटा मुनाफा

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे दिल्ली के करोल बाग स्थित गफ्फार मार्केट से पुराने या खराब क्वालिटी के मोबाइल बहुत कम कीमत में खरीदते थे। इसके बाद फर्जी बिल तैयार कर उन पर अधिक मूल्य दर्शाया जाता था। फिर ये लोग धार्मिक स्थलों, जैसे बद्रीनाथ, जैसे पर्यटन और आस्था के केंद्रों पर पहुंचकर लोगों को भावनात्मक रूप से फंसाते—‘पर्स चोरी हो गया’, ‘साथी बिछड़ गया’, या ‘घर लौटने के लिए पैसे नहीं हैं’ जैसी कहानियाँ सुनाते थे। इस बहाने नकली या छेड़छाड़ किए गए मोबाइल लोगों को ऊंचे दामों पर बेचकर ठगी करते थे।

पुलिस टीम की सराहनीय कार्रवाई

पुलिस टीम में शामिल अधिकारी व कर्मचारी:

  • उ0नि0 नवनीत भंडारी (थानाध्यक्ष श्री बद्रीनाथ)

  • उ0नि0 विजय प्रकाश, मनोज भट्ट (थाना श्री बद्रीनाथ)

  • उ0नि0 विनोद रावत (थानाध्यक्ष गोविन्दघाट)

  • उ0नि0 अमनदीप सिंह व टीम (थाना गोविन्दघाट)

  • हे0कां0 किरण, दीप प्रकाश, कां0 नरेश, कां0 आदर्श (थाना श्री बद्रीनाथ)

आम जनता के लिए चेतावनी और अपील

पुलिस ने जनता से अपील की है कि किसी अनजान व्यक्ति की मजबूरी या भावनात्मक कहानी में आकर कोई सामान न खरीदें। इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए हमेशा प्रामाणिक स्रोतों से ही उत्पाद खरीदें और संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना पुलिस को दें।

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