देहरादून। उत्तराखंड के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने गुरुवार को प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ‘कॉर्बेट फॉल’ को औपचारिक रूप से जनमानस को समर्पित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मूल मंत्र “इकोलॉजी से इकॉनमी” को ध्यान में रखते हुए, यह पहल राज्य में प्राकृतिक सौंदर्य, पर्यावरण संरक्षण और सतत पर्यटन को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत स्थित कॉर्बेट फॉल लंबे समय से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है। अब इसे पुनः पर्यटकों के लिए खोला गया है, जहाँ एक भव्य उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। समारोह में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, वन अधिकारी और पर्यावरण प्रेमी उपस्थित रहे।
मंत्री सुबोध उनियाल ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि वन पर्यटन को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ा जाए, ताकि प्रकृति की रक्षा करते हुए स्थानीय लोगों के लिए रोज़गार और आर्थिक अवसरों का सृजन हो सके। उन्होंने कहा कि यह स्थल अब प्लास्टिक मुक्त, ईको-फ्रेंडली और सतत विकास का प्रतीक बनेगा।
वन मंत्री ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि कॉर्बेट फॉल को एक आदर्श इको-टूरिज्म मॉडल के रूप में विकसित किया जाए, जहाँ पर्यटन के साथ-साथ जैव विविधता, स्वच्छता और पर्यावरणीय संतुलन पर विशेष ध्यान दिया जाए।
उन्होंने स्थानीय युवाओं और समुदायों से अपील की कि वे इस पहल में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि “प्रकृति और प्रगति का संतुलन” कायम रखते हुए पर्यटन को इस प्रकार विकसित किया जाए कि इससे शिक्षा, संस्कृति और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिले।
मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य केवल पर्यटकों को आकर्षित करना नहीं, बल्कि उन्हें प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का संदेश देना भी है। इस दिशा में उत्तराखंड जल्द ही अन्य प्रमुख स्थलों को भी ईको-टूरिज्म मॉडल के रूप में विकसित करेगा।