देहरादून-मसूरी मार्ग को मिलेगी नई पहचान: संस्कृति, सुरक्षा और सौंदर्य का अनूठा संगम बनेगा ‘कुठाल गेट’

देहरादून – उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से मसूरी जाने वाले मार्ग पर स्थित कुठाल गेट अब एक नए रूप में नजर आएगा। यह स्थान न केवल सौंदर्यीकरण की मिसाल बनेगा, बल्कि दुर्घटनाओं को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। जिला प्रशासन द्वारा तैयार की गई इस परियोजना का उद्देश्य है – पर्यटन, परंपरा और सुरक्षा का समन्वय स्थापित करना।

हादसों का हॉटस्पॉट बने कुठाल गेट का होगा कायाकल्प

मसूरी से लौटते समय तेज रफ्तार से आने वाली गाड़ियाँ अक्सर कुठाल गेट के पास हादसों का शिकार होती हैं। प्रशासन के अनुसार, यहां अब तक कई दर्दनाक सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए, जिला प्रशासन ने इस क्षेत्र के पुनर्विकास का निर्णय लिया है।

मॉनसून के बाद दिखेगा बदलाव

जिलाधिकारी सविन बंसल ने इस परियोजना को मॉनसून के तुरंत बाद पूर्ण करने का निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया है कि निर्धारित समयसीमा के भीतर कार्य पूरा किया जाए।

सांस्कृतिक थीम में ढलेंगे दीवारें और चौराहे

इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुठाल गेट और इसके आस-पास के चौक-चौराहों की दीवारों को पर्वतीय संस्कृति और लोक कला से सजाया जाएगा। हर दिशा से गुजरने वाले पर्यटक यहाँ उत्तराखंड की समृद्ध विरासत को महसूस कर सकेंगे। दीवारों पर चित्रित लोक-नृत्य, वाद्ययंत्र, पारंपरिक वेशभूषा आदि इस मार्ग को सांस्कृतिक रंगों से भर देंगे।

नई स्लीप रोड से बढ़ेगी सुविधा और सुरक्षा

दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए कुठाल गेट पर नई मोटरेबल साइड स्लिप रोड तैयार की जा रही है। यह सड़क तेज गति से आने वाले वाहनों को नियंत्रित करने में मदद करेगी और ट्रैफिक जाम की समस्या को भी काफी हद तक कम करेगी।

पर्यटन को मिलेगा नया आयाम

यह न केवल एक सड़क विकास परियोजना है, बल्कि मसूरी आने-जाने वाले पर्यटकों को एक नया अनुभव देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। लोग अब केवल पहाड़ों की ठंडक ही नहीं, बल्कि उत्तराखंडी संस्कृति की गर्मजोशी भी महसूस करेंगे।

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