“रुद्रप्रयाग में जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर हलचल, विजयी प्रत्याशियों ने CM से की मुलाकात”

रुद्रप्रयाग। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कैंप कार्यालय में रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी के नेतृत्व में आए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में विजयी बीजेपी और निर्दलीय जिला पंचायत सदस्यों से मुलाकात कर उन्हें शुभकामनाएं दीं। इस मुलाकात के बाद जिले में आगामी जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है।

गौरतलब है कि रुद्रप्रयाग जिले की कुल 18 जिला पंचायत सीटों में से बीजेपी ने 5 और कांग्रेस ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि बाकी सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने बाजी मारी है। रविवार को मुख्यमंत्री से मिलने आए निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या 4 से 5 बताई जा रही है। यदि ये निर्दलीय सदस्य बीजेपी का समर्थन करते हैं, तो जिले में एक बार फिर से बीजेपी का ही जिला पंचायत अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है।

इन नामों की हो रही चर्चा

अध्यक्ष पद को लेकर बीजेपी खेमे में कई नामों पर मंथन शुरू हो चुका है। इनमें कंडाली सीट से निर्वाचित निर्मला देवी बहुगुणा का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। निर्मला देवी को एक ईमानदार और जनसेवी प्रत्याशी के रूप में देखा जाता है। वे पहले भी वर्ष 2008 में निर्विरोध और 2019 में चुनाव जीतकर क्षेत्र पंचायत सदस्य रह चुकी हैं। इस बार उन्होंने भारी मतों से जीत दर्ज की है।

इसके अलावा, रुद्रप्रयाग जिला पंचायत के निवर्तमान उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी का नाम भी चर्चा में है, हालांकि वे इस बार ल्वारा सीट से चुनाव हार गए हैं। वहीं सतेराखाल से उभरते युवा बीजेपी नेता गंभीर सिंह बिष्ट भी एक सशक्त विकल्प के रूप में सामने आ रहे हैं। गंभीर सिंह की छवि क्षेत्र और पार्टी में सकारात्मक मानी जाती है।

कांग्रेस ने भी शुरू की रणनीति

वहीं कांग्रेस भी जिला पंचायत अध्यक्ष पद को लेकर सक्रिय है। पार्टी के तीन उम्मीदवार चुनाव जीत चुके हैं, और निर्दलीय पृष्ठभूमि वाले कुछ प्रत्याशी भी कांग्रेस से जुड़ सकते हैं। कांग्रेस भी बैठकों और रणनीतिक विमर्श में जुटी है। हालांकि, यदि निर्दलीय बीजेपी के साथ चले जाते हैं, तो कांग्रेस के लिए अध्यक्ष पद दूर की कौड़ी बन सकता है।

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