मुख्यमंत्री धामी ने ‘अहिल्या स्मृति मैराथन’ को दी हरी झंडी, युवाओं के साथ दौड़ लगाकर बढ़ाया उत्साह

देहरादून,  उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के पवेलियन ग्राउंड में आज एक अनूठा आयोजन देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘अहिल्या स्मृति मैराथन – एक विरासत, एक संकल्प’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और खुद भी युवाओं के साथ दौड़ लगाकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।

स्वास्थ्य और सांस्कृतिक विरासत का संगम

मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि इस प्रकार की मैराथन केवल एक खेल आयोजन नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य जागरूकता, सामाजिक एकता, नारी सशक्तिकरण और संस्कृति के सम्मान का एक सशक्त मंच है। उन्होंने कहा कि “अहिल्या स्मृति मैराथन” समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है और विशेषकर युवाओं को शारीरिक सक्रियता के लिए प्रेरित करती है।

नारी सशक्तिकरण और सामाजिक संदेश

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन नारी सम्मान और उनकी विरासत को याद करने का एक सशक्त प्रयास है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे जीवनशैली में खेलकूद और शारीरिक गतिविधियों को शामिल करें ताकि वे स्वस्थ, सक्रिय और अनुशासित बन सकें।

जनसहभागिता और उत्साह

मैराथन में युवाओं, विद्यार्थियों और आम नागरिकों ने भारी संख्या में भाग लिया। शहर की सड़कों पर दौड़ते युवाओं का उत्साह देखने लायक था। आयोजन के लिए सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाओं की पूरी व्यवस्था की गई थी, जिससे प्रतिभागियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

राजनीतिक और सामाजिक नेतृत्व की भागीदारी

इस आयोजन में भाजपा के कई वरिष्ठ नेता एवं पदाधिकारी भी मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख नाम शामिल हैं:

  • भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट

  • महामंत्री (संगठन) अजय कुमार

  • मेयर सौरभ थपलियाल

  • महानगर अध्यक्ष सिद्धार्थ अग्रवाल

  • विधायक भरत चौधरी

  • दायित्वधारी अनिल डब्बू, श्याम अग्रवाल, हेम बजरंगी

  • भाजपा युवा मोर्चा महानगर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह बिष्ट

‘अहिल्या स्मृति मैराथन’ जैसे आयोजन न केवल समाज में स्वास्थ्य और सक्रियता को बढ़ावा देते हैं, बल्कि हमारी संस्कृतिक जड़ों और महिलाओं की गरिमा को भी मजबूती प्रदान करते हैं। मुख्यमंत्री धामी की सक्रिय भागीदारी से यह संदेश भी गया कि नेतृत्व जब स्वयं मैदान में उतरता है, तो प्रेरणा कई गुना बढ़ जाती है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.