डोल आश्रम में श्री पीठम स्थापना महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री धामी, बोले – डोल आश्रम बनेगा आध्यात्मिक ऊर्जा का वैश्विक केंद्र

अल्मोड़ा, 12 मई। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अल्मोड़ा जनपद के लमगड़ा क्षेत्र स्थित डोल आश्रम में श्री कल्याणिका हिमालय देवस्थानम न्यास द्वारा आयोजित श्री पीठम स्थापना महोत्सव में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने 1100 कन्याओं का पूजन कर ‘कन्या पूजन’ की सनातन परंपरा का निर्वहन किया। मुख्यमंत्री ने माँ राजेश्वरी का अभिषेक और पूजा-अर्चना कर देश व प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डोल आश्रम आकर उन्हें हर बार एक दिव्य ऊर्जा का अनुभव होता है। आश्रम में बाबा कल्याणदास जी महाराज द्वारा स्थापित श्री यंत्र भविष्य में श्रद्धा, शांति और संस्कृति का अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनेगा। उन्होंने डोल आश्रम को साधना और आध्यात्म का भव्य और दिव्य केन्द्र बताया।

मुख्य बिंदु:

  • मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अल्मोड़ा के डोल आश्रम में श्री पीठम स्थापना महोत्सव में की भागीदारी

  • 1100 कन्याओं का पूजन, माँ राजेश्वरी का अभिषेक कर की प्रदेश की समृद्धि की कामना

  • डोल आश्रम को बताया साधना और आध्यात्म का दिव्य केंद्र

  • मानसखंड मंदिर माला मिशन से आध्यात्मिक पर्यटन को मिल रहा है बढ़ावा

  • आतंकवाद के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का दोहराव

  • धर्मांतरण विरोधी कानून, लव जिहाद और लैंड जिहाद पर सख्त कार्रवाई की जानकारी

  • समान नागरिक संहिता लागू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य

  • युवाओं को समान अवसर देने के लिए सख्त नकल विरोधी कानून की सराहना

  • पूज्य कल्याणदास महाराज के योगदान को किया नमन

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत प्रदेश के प्रमुख मंदिरों को अवस्थापना सुविधाओं से जोड़ रही है, जिससे आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आश्रम न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ा रहा है बल्कि युवाओं को भारतीय संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने का काम भी कर रहा है।

पहल्गाम आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत आतंकवाद के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम कर रहा है और हमारे सुरक्षा बलों ने इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का पहला राज्य बना है, जो सामाजिक समरसता की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। राज्य सरकार ने जबरन धर्मांतरण, लव जिहाद और लैंड जिहाद जैसी गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की है।

उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में भी बदलाव की बात करते हुए कहा कि सख्त नकल विरोधी कानून से अब प्रदेश के युवाओं को निष्पक्ष अवसर मिल रहे हैं और सभी जिलों के अभ्यर्थी चयन सूचियों में स्थान बना रहे हैं।

कार्यक्रम में पूज्य कल्याणदास महाराज ने भी सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मिक और सामाजिक उत्थान के लिए संस्कृत भाषा का प्रचार-प्रसार और बुरे व्यसनों का त्याग जरूरी है। उन्होंने कहा कि जब तक संस्कृत जीवित है, तब तक भारतीय संस्कृति सुरक्षित है।

इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, विधायक मोहन सिंह मेहरा,  मनोज तिवारी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष  महेश नयाल सहित प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी एवं बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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