उत्तराखंड के अस्पतालों में अब बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य: गैरहाजिर चिकित्सकों पर होगी सख्त कार्रवाई – डॉ. धन सिंह रावत

देहरादून, 20 जनवरी 2025: उत्तराखंड के अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने प्रदेशभर के सभी चिकित्सालयों और स्वास्थ्य केंद्रों में बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य करने के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने बिना अवकाश के अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टाफ पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश भी दिए हैं।

कड़ी निगरानी के निर्देश

डॉ. रावत ने डीजी हेल्थ और निदेशक चिकित्सा शिक्षा को निर्देशित किया है कि वे शीघ्र सभी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (PHC), उपकेंद्रों, और मेडिकल कॉलेजों में बायोमेट्रिक मशीनें स्थापित कराएं। उन्होंने कहा कि कई बार शिकायतें मिलती हैं कि डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ बिना सूचना के गायब रहते हैं, जिससे मरीजों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

मुख्य चिकित्साधिकारियों को मिली जिम्मेदारी

मंत्री ने राज्य के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों (CMO) और अपर मुख्य चिकित्साधिकारियों (ACMO) को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने जनपदों में अस्पतालों की नियमित निरीक्षण रिपोर्ट तैयार करें और गैरहाजिर पाए जाने वाले कार्मिकों के खिलाफ वेतन रोकने और अनुशासनात्मक कार्यवाही करें। साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारी भी निरीक्षण कार्य में शामिल रहेंगे।

अनुशासन का सख्त पालन

डॉ. धन सिंह रावत ने यह भी स्पष्ट किया कि भविष्य में बिना पूर्व स्वीकृति के अनुपस्थित रहने वाले किसी भी कार्मिक को बख्शा नहीं जाएगा। सरकार की प्राथमिकता स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता है, और इसके लिए अस्पतालों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही बेहद जरूरी है।

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