चारधाम यात्रा से पहले बीकेटीसी में घमासान: मान्यता प्राप्त व गैर-मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघ आमने-सामने
देहरादून/ऋषिकेश/गोपेश्वर/रुद्रप्रयाग।
चारधाम यात्रा की तैयारियों के बीच श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) में गहराता विवाद अब खुलकर सामने आ गया है। यात्रा शुरू होने से दो सप्ताह पहले ही बीकेटीसी के भीतर मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त कर्मचारी संगठनों के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है, जिससे व्यवस्थाओं में अराजकता की स्थिति बन रही है।
विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब बीकेटीसी के अस्थायी कर्मियों की ओर से एक संगठन ने प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखते हुए समिति के सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। इस पत्र में सीईओ पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
मुख्य बिंदु:
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चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले बीकेटीसी (श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति) में कर्मचारियों के दो गुटों में विवाद गहराया।
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अस्थायी कर्मियों के संगठन ने बीकेटीसी सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल के खिलाफ मुख्य सचिव को पत्र भेजा।
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मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघ ने इस पत्र को साजिश करार देते हुए इसे अमान्य बताया।
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मान्यता प्राप्त संघ ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर गैर मान्यता प्राप्त संघ को अवैध और गैरकानूनी बताया।
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कर्मचारी संघों के इस विवाद से चारधाम यात्रा की तैयारियों पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना।
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बीकेटीसी अध्यक्ष की कुर्सी तीन महीने से खाली, ऐसे में सीईओ के पास पूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारी।
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लेटरहेड और लोगो के कथित दुरुपयोग पर एफआईआर की चेतावनी दी गई है।