चारधाम यात्रा से पहले बीकेटीसी में घमासान: मान्यता प्राप्त व गैर-मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघ आमने-सामने

देहरादून/ऋषिकेश/गोपेश्वर/रुद्रप्रयाग।
चारधाम यात्रा की तैयारियों के बीच श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) में गहराता विवाद अब खुलकर सामने आ गया है। यात्रा शुरू होने से दो सप्ताह पहले ही बीकेटीसी के भीतर मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त कर्मचारी संगठनों के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है, जिससे व्यवस्थाओं में अराजकता की स्थिति बन रही है।

विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब बीकेटीसी के अस्थायी कर्मियों की ओर से एक संगठन ने प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखते हुए समिति के सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। इस पत्र में सीईओ पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

मुख्य बिंदु:

  1. चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले बीकेटीसी (श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति) में कर्मचारियों के दो गुटों में विवाद गहराया।

  2. अस्थायी कर्मियों के संगठन ने बीकेटीसी सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल के खिलाफ मुख्य सचिव को पत्र भेजा।

  3. मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघ ने इस पत्र को साजिश करार देते हुए इसे अमान्य बताया।

  4. मान्यता प्राप्त संघ ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर गैर मान्यता प्राप्त संघ को अवैध और गैरकानूनी बताया।

  5. कर्मचारी संघों के इस विवाद से चारधाम यात्रा की तैयारियों पर प्रतिकूल असर पड़ने की संभावना।

  6. बीकेटीसी अध्यक्ष की कुर्सी तीन महीने से खाली, ऐसे में सीईओ के पास पूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारी।

  7. लेटरहेड और लोगो के कथित दुरुपयोग पर एफआईआर की चेतावनी दी गई है।

इसके जवाब में मान्यता प्राप्त बीकेटीसी कर्मचारी संघ ने भी मुख्य सचिव को पत्र भेजकर आरोपों को बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण बताया। संघ का कहना है कि यह पत्र एक ऐसे संगठन द्वारा भेजा गया है जो न तो पंजीकृत है और न ही मान्यता प्राप्त। उन्होंने इसे मंदिर हित में चल रहे कार्यों को बाधित करने की साजिश बताया।

संघ के अध्यक्ष विजेंद्र बिष्ट ने साफ शब्दों में कहा कि “संघ के नाम और लेटरहेड का दुरुपयोग हुआ है, और यदि ऐसा फिर हुआ तो कानूनी कार्यवाही की जाएगी।”

मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघ का यह भी कहना है कि मंदिर समिति में इस समय कोई अध्यक्ष नहीं है और प्रशासनिक जिम्मेदारी सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल के कंधों पर है। उन्होंने नियमों के तहत कई कार्य शुरू किए हैं, जिनमें स्क्रीनिंग कमेटी का गठन, एसीपी लाभ वितरण, स्थायी कार्मिकों की पदोन्नति और वेतन विसंगतियों का समाधान शामिल हैं।

गैर मान्यता प्राप्त संयुक्त कर्मचारी संघ पर आरोप लगाया गया है कि वह व्यक्तिगत स्वार्थों के लिए संगठन के नाम का दुरुपयोग कर रहा है और सोशल मीडिया के माध्यम से सीईओ की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहा है।

गौरतलब है कि पिछले महीने भी ऐसे ही संगठनों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया था। अब जब चारधाम यात्रा की तैयारियाँ ज़ोरों पर हैं, इस प्रकार का विवाद यात्रा की व्यवस्थाओं को बाधित कर सकता है।

लेटरहेड के दुरुपयोग पर एफआईआर की चेतावनी
रुद्रप्रयाग: बीकेटीसी कर्मचारी संघ (मान्यता प्राप्त) ने कहा है कि यदि भविष्य में गैर मान्यता प्राप्त कर्मचारी संगठन द्वारा संघ के लेटरहेड या लोगो का दुरुपयोग किया गया, तो संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

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