कालसी-चकराता मार्ग पर पराली से भरी चलती यूटिलिटी में लगी आग, दो लोगों ने कूदकर बचाई जान

विकासनगर में बड़ा हादसा टला, फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद बुझाई आग — वाहन पूरी तरह जलकर राख

विकासनगर। कालसी-चकराता मोटर मार्ग पर गुरुवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब पराली से भरी एक चलती यूटिलिटी में अचानक आग लग गई। जजरेड़ के समीप हुई इस घटना में वाहन में सवार दो लोगों ने समय रहते कूदकर अपनी जान बचा ली। आग की लपटों ने कुछ ही मिनटों में पूरी गाड़ी को अपनी चपेट में ले लिया।

मौके पर पहुँची फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक वाहन पूरी तरह जलकर राख हो चुका था।

विकासनगर से पराली लेकर जा रहे थे ग्रामीण

पुलिस के अनुसार, इन दिनों पछुवादून क्षेत्र में धान की कटाई पूरी हो चुकी है और ग्रामीण किसान अपने पशुओं के लिए खेतों से पराली (धान का ठूंठ व अवशेष) एकत्र कर गांव ले जा रहे हैं। यह पराली सर्दियों में पशुओं के चारे के रूप में इस्तेमाल की जाती है।
इसी क्रम में गुरुवार को एक यूटिलिटी (पिकअप) वाहन संख्या UK0CB-0265 पराली से लदी हुई विकासनगर से सहिया की ओर जा रही थी।

जब वाहन जजरेड़ से लगभग एक किलोमीटर आगे पहुँचा, तभी अचानक पीछे लदी पराली में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया।

चालक और साथी ने कूदकर बचाई जान

वाहन में सवार चालक संजू पुत्र मुन्ना निवासी मलोग और राहुल पुत्र बज्जू निवासी जिसऊ, थाना कालसी ने जैसे ही धुएं और आग की लपटें देखीं, तुरंत चलती गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचाई।
दोनों को मामूली झुलसन के अलावा कोई गंभीर चोट नहीं आई है।

फायर सर्विस और पुलिस ने मिलकर बुझाई आग

घटना की सूचना मिलते ही सहिया पुलिस चौकी से टीम मौके पर पहुँची। साथ ही डाकपत्थर फायर सर्विस यूनिट को भी बुलाया गया। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया।
कालसी थाना प्रभारी दीपक धारीवाल ने बताया कि आग लगने के कारणों का अभी सटीक पता नहीं चल पाया है, लेकिन शक है कि चिंगारी या गर्मी के कारण पराली में आग लगी हो सकती है।

कोई जनहानि नहीं, वाहन पूरी तरह नष्ट

थाना प्रभारी ने बताया कि इस हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई, परंतु यूटिलिटी वाहन पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया है।
पुलिस ने स्थानीय किसानों से अपील की है कि वे पराली ढोते समय सावधानी बरतें और धूम्रपान या चिंगारी से बचें, ताकि इस तरह की घटनाएँ न हों।

ग्रामीणों में दहशत, किसानों को दी गई हिदायत

घटना के बाद क्षेत्र के किसानों में दहशत का माहौल है। पुलिस और प्रशासन ने किसानों को आग से बचाव संबंधी एहतियाती दिशा-निर्देश जारी किए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी कोई दुर्घटना न हो।

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