उत्तराखंड में सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की कार्रवाई तेज़ी से जारी है। इसी कड़ी में 13 मई 2025 को तहसील धनोल्टी में कार्यरत नाजिर वीरेन्द्र सिंह कैन्तुरा को 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया।
यह मामला उस समय सामने आया जब एक शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान, देहरादून को एक लिखित शिकायत सौंपी। शिकायत में बताया गया कि शिकायतकर्ता की पत्नी ने 31 जनवरी 2025 को जौनपुर ब्लॉक के ग्राम छनाड़, थत्यूड (टिहरी गढ़वाल) में लगभग 1500 वर्ग मीटर भूमि खरीदी थी। भूमि की दाखिल-खारिज प्रक्रिया के दौरान तहसील नाजिर वीरेन्द्र सिंह कैन्तुरा ने जानबूझकर आपत्तिजनक रिपोर्ट लगाई, जिससे प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हुई।
मुख्य बिंदु
उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ सतर्कता अधिष्ठान की बड़ी कार्रवाई।
तहसील धनोल्टी में कार्यरत नाजिर वीरेन्द्र सिंह कैन्तुरा 15,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार।
शिकायतकर्ता की पत्नी द्वारा खरीदी गई भूमि की दाखिल-खारिज प्रक्रिया में जानबूझकर की जा रही थी बाधा।
सही रिपोर्ट लगाने और नाम दर्ज करने के बदले रिश्वत की माँग की जा रही थी।
ट्रैप टीम ने योजना के अनुसार 13 मई 2025 को आरोपी को पकड़ने में सफलता पाई।
गिरफ्तारी के बाद आरोपी के आवास और अन्य ठिकानों पर छापेमारी जारी।
आय से अधिक संपत्ति की जांच की जा रही है।
सतर्कता अधिष्ठान के निदेशक ने टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की।
नागरिकों से भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए टोल-फ्री नंबर और WhatsApp हेल्पलाइन जारी।
शिकायत में यह भी बताया गया कि सही रिपोर्ट लगाने एवं नाम दर्ज कराने के बदले नाजिर कैन्तुरा द्वारा 15,000 रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। शिकायतकर्ता रिश्वत देने के पक्ष में नहीं था और उसने भ्रष्टाचार के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की मांग की।
इसके बाद सतर्कता अधिष्ठान की ट्रैप टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई करते हुए आरोपी को उसके कार्यालय में रिश्वत लेते समय पकड़ लिया। गिरफ्तारी के तत्काल बाद उसके निवास स्थान और अन्य संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है। साथ ही आरोपी की चल-अचल संपत्तियों की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उसने अवैध रूप से संपत्ति अर्जित की है।
सतर्कता अधिष्ठान के निदेशक डॉ. वी. मुरुगेसन ने इस सफल ट्रैप ऑपरेशन के लिए टीम को नकद इनाम देने की घोषणा की है। साथ ही आम नागरिकों से अपील की गई है कि वे किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार की सूचना निर्भीक होकर दें। इसके लिए टोल-फ्री नंबर 1064 और WhatsApp हेल्पलाइन 9456592300 पर शिकायत की जा सकती है।