उत्तराखण्ड: विजलेंस ने डीडीहाट में तैनात कानूनगो को 40 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा
उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी कार्रवाई के तहत सतर्कता अधिष्ठान हल्द्वानी ने डीडीहाट तहसील, जनपद पिथौरागढ़ में तैनात कानूनगो नारायण सिंह करायत को 40,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी 4 अप्रैल 2025 को की गई, जब आरोपी ने जमीन की नाप और भवन निर्माण से संबंधित कार्यों को लेकर रिश्वत की मांग की थी।
शिकायत के बाद शुरू हुई जांच
सतर्कता अधिष्ठान को टोल फ्री नंबर 1064 पर एक शिकायत प्राप्त हुई, जिसमें बताया गया था कि कानूनगो नारायण सिंह ने डीडीहाट तहसील वार्ड में बन रहे मकान के कार्य को भूमि की नाप न होने के कारण रुकवा दिया था। इसके बाद उसने तोक छन्पट्टा क्षेत्र में प्रस्तावित भवन निर्माण के लिए भूमि की नाप करने के एवज में 50,000 रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायतकर्ता से बातचीत के बाद आरोपी ने 40,000 रुपये पर समझौता कर लिया।
इस सूचना के बाद सतर्कता अधिष्ठान ने मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू की। निरीक्षक द्वारा जांच की गई, जिसमें आरोपों को प्रथम दृष्टया सही पाया गया। इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक अनिल सिंह मनराल के पर्यवेक्षण में और निरीक्षक प्रकाश चंद्र जोशी के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया।
कानूनगो को गिरफ्तार किया गया
4 अप्रैल को ट्रैप टीम ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए कानूनगो नारायण सिंह करायत को डीडीहाट तहसील परिसर स्थित उसके सरकारी आवास से रिश्वत की राशि स्वीकार करते हुए गिरफ्तार किया। आरोपी नारायण सिंह का वर्तमान निवास अल्मोड़ा जिले के मोहल्ला खोल्टा में है, जबकि उसका मूल निवास ग्राम पजीना पट्टी शहरू, तहसील रानीखेत, जनपद अल्मोड़ा है।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज
गिरफ्तारी के बाद आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। फिलहाल मामले की अग्रिम जांच जारी है। सतर्कता अधिष्ठान के निदेशक डॉ. वी. मुरूगेशन ने इस सफल कार्रवाई के लिए ट्रैप टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
आम जनता से अपील
डॉ. मुरूगेशन ने आम जनता से अपील की है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि लोग टोल फ्री नंबर 1064 और व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9456592300 के माध्यम से भ्रष्टाचार के मामलों की सूचना दे सकते हैं।