चमोली में ग्लेशियर टूटने से हुआ बड़ा हादसा, मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के दिए निर्देश
माणा कैंप के पास भारी हिमस्खलन में दबे 57 मजदूर, 15 को बाहर निकाला, अन्य की तलाश जारी
चमोली के माणा गांव में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जिसमें ग्लेशियर के टूटने से कई मजदूर दब गए। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना का संज्ञान लिया और राहत कार्य में तेजी लाने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी कि ITBP, BRO और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
मुख्य बिंदु:
- चमोली में माणा गांव के पास ग्लेशियर टूटने से हुआ हादसा।
- 57 मजदूर दबे, 16 मजदूरों को सुरक्षित निकाला गया।
- मुख्यमंत्री धामी ने रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के दिए निर्देश।
- आईटीबीपी और बीआरओ के जवान मौके पर राहत कार्य में जुटे।
हादसे का विवरण और रेस्क्यू ऑपरेशन
माणा गांव के पास शुक्रवार को ग्लेशियर टूटने से यह हादसा हुआ। ग्लेशियर के टूटने के कारण लगभग 57 मजदूर दब गए, जिनमें से 16 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। इन मजदूरों का संबंध सीमा सड़क संगठन (BRO) के कॉन्ट्रैक्टर से था, और वे माणा गांव के पास निर्माण कार्य में लगे हुए थे। हादसे के बाद से ही आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य बचाव दलों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घटना का संज्ञान लेते हुए राहत कार्यों को प्राथमिकता देने और रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से बताया कि “हिमस्खलन के कारण चमोली जिले के माणा गांव के पास बीआरओ द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान कई मजदूर दब गए हैं। आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत और बचाव कार्य जारी है। भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिकों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं।”
आईटीबीपी के जवानों का योगदान
हादसे के बाद से ही आईटीबीपी के जवान मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। आपदा प्रबंधन विभाग के अपर कार्यकारी अधिकारी आर के नेगी ने बताया कि सभी मजदूरों को सुरक्षित निकालने और रास्ते को खोलने के प्रयास लगातार जारी हैं। फिलहाल किसी भी श्रमिक के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।
रेस्क्यू ऑपरेशन की गति को बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री धामी ने आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिए हैं ताकि अधिक से अधिक मजदूरों को जल्दी से सुरक्षित निकाला जा सके।
घटनास्थल पर बनी स्थिति
चमोली के माणा गांव में राहत कार्यों के लिए टीमों की तैनाती की गई है, और दिन-रात रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। आईटीबीपी के जवानों ने भारी बर्फबारी के बीच राहत कार्य में जुटे हुए हैं। सभी प्रभावित क्षेत्र के लोगों से अपील की गई है कि वे बचाव कार्यों में सहयोग करें और किसी भी तरह की अफवाहों से बचें।
प्रभावित इलाके में मार्ग खोलने के प्रयास जारी
रेस्क्यू टीम ने रास्ते को खोलने के लिए कार्य शुरू कर दिया है ताकि और अधिक बचाव दलों को मौके पर भेजा जा सके। यह हादसा उस क्षेत्र में हुआ जहां से बद्रीनाथ यात्रा भी गुजरती है, और इस क्षेत्र में सड़कें भी जोखिमपूर्ण हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने आश्वासन दिया है कि हर संभव मदद दी जाएगी और प्रभावित परिवारों के साथ पूरी संवेदना व्यक्त की जा रही है।