विधानसभा सत्र का चौथा दिन: कांग्रेस ने कंबल ओढ़कर जताया विरोध, भाजपा पर उठाए कई सवाल
कांग्रेस विधायक कंबल ओढ़कर पहुंचे विधानसभा, गैरसैंण में सत्र न होने को लेकर सरकार को घेरा
उत्तराखंड विधानसभा का सत्र आज चौथे दिन भी जारी रहा। इस दिन कांग्रेस के विधायक कंबल ओढ़कर विधानसभा पहुंचे, और सरकार पर हमला बोलते हुए गैरसैंण में सत्र आयोजित न किए जाने का मुद्दा उठाया। विपक्ष का कहना है कि भाजपा को ठंड लगती है, यही कारण है कि सत्र ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में न कराकर देहरादून में आयोजित किया गया है।
विधायक बृज भूषण गैरोला ने बिजली उत्पादन पर उठाया सवाल
बीजेपी विधायक बृज भूषण गैरोला ने विधानसभा में एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया। उन्होंने पूछा कि पिरूल से कितनी बिजली उत्पादित हो रही है, जबकि उत्तराखंड में बिजली उत्पादन के लिए पिरूल से संबंधित कई प्रोजेक्ट चलाए गए थे।
उत्तराखंड में बिजली परियोजनाओं की स्थिति: पांच प्रोजेक्ट बंद
संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने जवाब देते हुए बताया कि राज्य में पिरूल से बिजली उत्पादन के लिए कुल छह प्रोजेक्ट शुरू किए गए थे, जिनमें से पांच अब बंद हो चुके हैं, और एक बंद होने की कगार पर है। उन्होंने बताया कि सरकार अब पिरूल को 3 रुपये प्रति किलो के बजाय 10 रुपये प्रति किलो पर खरीद रही है।
कृषि मंत्री गणेश जोशी के जवाब पर विपक्ष और सत्ता पक्ष असंतुष्ट
कृषि मंत्री गणेश जोशी सदन में अपनी बात रखने में पूरी तरह से सफल नहीं हो पाए। कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने पूछा कि राज्य के किन-किन जिलों में प्राकृतिक खेती हो रही है और अब तक कितना उत्पादन हुआ है। मंत्री ने पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, और चमोली जिलों में एक हजार एकड़ में प्राकृतिक खेती होने की जानकारी दी, लेकिन इस जवाब से विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों ही संतुष्ट नहीं दिखे। इस पर कृषि सचिव और अपर सचिव ने सवाल को स्थगित करने की मांग की, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने इस सवाल को स्थगित कर दिया।
विपक्ष और सत्ता पक्ष में बढ़ी हुई तकरार
इस सत्र में विपक्ष ने कृषि मंत्री और राज्य सरकार की कई नीतियों को लेकर सवाल उठाए, जबकि सत्ता पक्ष ने इन आरोपों का जवाब देने की कोशिश की। खासकर बिजली उत्पादन और कृषि मंत्री के जवाबों को लेकर काफी बहस हुई। इस सबके बीच, कांग्रेस विधायक द्वारा कंबल ओढ़कर विधानसभा में पहुंचने ने यह साफ कर दिया कि विपक्ष सर्दी के मौसम में गैरसैंण में सत्र न करने के निर्णय को लेकर विरोध में है।
कांग्रेस की ओर से भ्रष्टाचार के खिलाफ मांग
इस दौरान कांग्रेस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ विधानसभा में नियम 310 के तहत चर्चा की मांग की, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ऋतू खंडूरी ने नियम 58 के तहत स्वीकार कर लिया।
यह दिन विधानसभा में गर्मागर्म बहस और विपक्ष द्वारा सरकार पर कड़ी टिप्पणियों के साथ समाप्त हुआ, जिसमें भाजपा के नीतियों और कार्यों पर कई सवाल उठाए गए।