उत्तराखंड : DGP पर फैसला जल्द या अभी इन्तजार

  • DGP पर फैसला जल्द या अभी इन्तजार!हड़बड़ी में नहीं सरकार!1 जनवरी से दीपम-PVK को DG Rank:विधिक पहलुओं पर शासन में मंथन:आयोग के Panel के बाद कौन होगा उत्तराखंड Police का नया Boss?

 

 

 

DGP पर उत्तराखंड सरकार और ख़ास तौर पर CM पुष्कर सिंह धामी जल्द फैसला लेंगे या अभी वक्त ले के हर पहलू को खंगालने के बाद कदम उठाया जाएगा, इस पर सभी की निगाहें बेकरारी से टिकी हैं.सरकार हड़बड़ी या जल्दबाजी में नहीं दिखती है.वह अनेक विधिक पहलुओं पर विचार-विमर्श कर रही है.UPSC ने अपने DGP Panel में सिर्फ दीपम सेठ-PVK प्रसाद और अमित सिन्हा के नाम भेजे हैं लेकिन असल दावेदार सिर्फ शुरू के दो नाम हैं.ADG को DGP बनाने की छूट सिर्फ 31 दिसंबर-2024 तक की है.उसके बाद 2 DG उपलब्ध होने से अमित भी Race से अलग हो जाएंगे.

 

CM पुष्कर सिंह धामी:DGP पर उनके फैसले को ले के सभी बेक़रार

UPSC के फैसले ने उत्तराखंड के DGP की कुर्सी को ले के बहुत पसोपेश सरकार के स्तर पर पैदा कर दिया है.उसने अभिनव को UP Cadre का माना, जो कभी UP गए ही नहीं.भले उनके कैडर को ले के अदालत-ट्रिब्यूनल में मामला स्टे है.दूसरी तरफ उत्तराखंड Cadre के जो IPS अफसर UP से कभी UK आए ही नहीं उनको उत्तराखंड कैडर का नहीं माना.उत्तराखंड में तमाम IAS-IPS-PCS अफसर ऐसे हैं जो राज्य गठन के दौरान उत्तराखंड कैडर आवंटित होने के बावजूद यहाँ न आ के UP में ही बने रहने के लिए सौ-हजार बहाने बनाने में उस्ताद रहे.जब उनको वहां नुक्सान और यहाँ फायदा झलकने लगा तो यहाँ आ गए.कुछ ही ऐसे हैं जो मजबूरन आए.अभिनव ने शुरू में ही उत्तराखंड कैडर माँगा था.वह UP गए भी नहीं.

 

 

 

अभिनव-दीपम-PVK

 

आयोग ने उन राज्यों को ADG को भी DGP बनाने की छूट दी है जहाँ DG Rank के अफसर उपलब्ध नहीं हैं.उत्तराखंड भी ऐसे राज्यों में शुमार है.ये संयोग है कि उसके पास अशोक कुमार के DGP से Retire होने के वक्त एक भी IPS DG रैंक का नहीं था.सरकार ने तब अभिनव को ही इस कुर्सी पर बिठा दिया.उनका मूल ओहदा अभी ADG ही है.उनको कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी भी इसी के चलते दी गई है.उनको आयोग के इनकार के बावजूद DGP बनाए रखना अब संभव न हो लेकिन अधिक से अधिक समय तक उनको इस कुर्सी पर बिठाए रखने की गुंजाइश जरूर देखी जा सकती है.

 

अभिनव नहीं तो कौन?इस सवाल का जवाब कहने को 3 नामों दीपम सेठ-PVK प्रसाद (दोनों 1995 Batch) और अमित सिन्हा (1997 Batch) में खोजा जा सकता है, लेकिन असल में दीपम-PVK ही दौड़ में हैं.दोनों 1 जनवरी से DG रैंक में प्रोन्नत हो जाएंगे.DGP बनने के लिए ये पहली शर्त है.अभिनव जनवरी-2026 में DG Rank हासिल करेंगे.अमित को और सवा दो साल रुकना होगा.दीपम और PVK में से किसके नाम का परचा DGP बनने का निकलेगा, इसको देखना बहुत दिलचस्प रहने वाला है.दीपम केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं.प्रसाद DG-Home Guard हैं.

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