दुनिया के बड़े-बड़े मुल्कों में टीएमयू की बेटियों की खनक
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की एल्युमिना अमेरिका, यूके, कनाडा, आस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, दुबई, पोलैंड सरीखे देशों की नामचीन कंपनियों में बड़े पदों पर तैनात
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद की एल्युमिना अमेरिका, यूके, कनाडा, आस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, दुबई, पोलैंड सरीखे देशों में स्वर्णिम उड़ान पर हैं। एजुकेशन, मेडिकल डेंटल, पैरामेडिकल, इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस, मैनेजमेंट की पासआउट ये मेधाएं नामचीन कंपनियों में बड़े पदों को सुशोभित कर रही हैं। नॉर्थ इंडिया के इस प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान के 23 बरस के सफर की ये बानगी भर है। इस ऐतिहासिक सफलता से गदगद कुलाधिपति श्री सुरेश जैन कहते हैं, हमें अपनी एल्युमिना पर गर्व है। टीएमयू की पासआउट ये छात्राएं विदेशों में न केवल भारतीय संस्कृति को रूबरू करा रही हैं, बल्कि यूनिवर्सिटी की वर्किंग कल्चर के बूते धाक जमा रही हैं। दुनिया के इन बड़े-बड़े मुल्कों में नाम रोशन करने वालों में बालीवुड के मशहूर पार्श्व गायक श्री सोनू निगम की कजिन दिल्ली की डॉ. शिवांगी निगम भी शामिल हैं। टीएमयू से डॉक्टरेट डॉ. शिवांगी नीदरलैंड में बतौर एजुकेशनल कंसल्टेंट सेवाएं दे रही हैं। इससे पूर्व डॉ. शिवांगी पोलैंड में भी रह चुकी हैं। उल्लेखनीय है, टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन हमेशा मानते हैं, वैश्विक पटल पर एल्युमिनाई ही हमारे ब्रांड एम्बेसडर हैं।
2012 की एमबीबीएस एल्युमिना डॉ. राधिका माथुर अमेरिका में फ्लोरिडा के नामचीन हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन रेजीडेंस फिजिशियन के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। सेहत के प्रति हमेशा संजीदा अहमदाबाद निवासी डॉ. माथुर कहती हैं, टीएमयू के संग-संग माता-पिता के सपनों को धरातल पर मूर्त रूप दे रही हूं। वह कहती हैं, टीएमयू मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर की फैकल्टीज़ बेमिसाल है। फर्स्ट ईयर और सेकेंड ईयर की स्टडी के दौरान फाउंडेशन मजबूत हुआ। स्ट्रांग करिकुलम और अत्याधुनिक लैब ने मेरी उड़ान को नए पंख दिए। 2014 में कम्प्यूटर साइंस की पासआउट काव्या जोशी लंदन में प्रतिष्ठित एमएनसी डिलॉएट में बतौर डेटा साइंटिस्ट कार्यरत हैं। उत्तराखंड की निवासी काव्या मानती हैं, मैं यह कहूं तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी, टीएमयू स्वर्णिम करियर का द्वार है। यूनिवर्सिटी में फैकल्टी, एल्युमिनाई और इंडस्ट्रीयल एक्सपर्ट्स के बीच अटूट रिश्ता है। मौजूदा प्लेसमेंट ही इस रिश्ते का प्रतिफल है।
2018 की नर्सिंग एल्युमिना महिमा मसीह लंदन में बतौर रजिस्टर्ड एडल्ट नर्स कार्य कर रही हैं। कानपुर की मसीह का कहना है, फैकल्टी का गाइडेंस, सघन प्रैक्टिकल ट्रेनिंग मेरी सफलता का राज है। मेरे सपनों को साकार करने के लिए टीएमयू के आला प्रबंधन का मैं शुक्रिया अदा करती हूं। यूपी की आंचल जैन दुबई में अकाउंटस एक्जिक्यूटिव हैं। 2016 में टिमिट से एमबीए पासआउट आंचल कहती हैं, जीवन में बड़े बदलाव का श्रेय यूनिवर्सिटी को तो है ही साथ ही मेरे सर्वांगीण विकास में टीएमयू की पॉजीटिव बाइब्रेशन का भी अहम रोल है। पैरामेडिकल की हिना कमर सिडनी में अपने सपनों में रंग भर रही हैं। 2014 में रेडियोलॉजी में यूजी पासआउट एनसीआर की हिना कहती हैं, टीएमयू का परिवेश अतुलनीय है। यह वातावरण स्टुडेंट्स की योग्यताओं में ओर निखार लाता है। उल्लेखनीय है, हिना ने यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी से रेडियोलॉजी में पीजी भी किया है। 2020 में बीपीटी पासआउट हिरा शम्स यूके में थैरेपिस्ट हैं। दिल्ली की हिरा कहती हैं, टीएमयू की क्लीनिकल ट्रेनिंग और मॉर्डन सुविधाओं के बूते पर ही मैं आज इस मुकाम पर हूं। 2014 की बीडीएस पासआउट सना सय्यदा कनाडा में प्रिंसिपल साइंटिस्ट के पद पर तैनात हैं। अहमदाबाद की सना सय्यदा कहती हैं, यूं तो टीएमयू की यादों का मेरी झोली में गुलदस्ता है, लेकिन वहां की क्लीनिकल नॉलेज, को-करिकुलर एक्टिविटी अविस्मरणीय हैं।