बीच शादी में दुल्हन के साथ परीक्षा देने पहुंचा दूल्हा, दुल्हन और घर वालों ने बाहर किया इंतज़ार
बीच शादी में दुल्हन के साथ परीक्षा देने पहुंचा दूल्हा, दुल्हन और घर वालों ने बाहर किया इंतज़ार
कैरियर का अर्थ है आपकी आजीविका का साधन जिसके जरिये भविष्य में आप स्वयं का और अपने परिवार का भरण पोषण करेंगे। कैरियर आपके जीवन में कितना महत्व रखता है इसकी एक बानगी तब दिखाई दी जब एक छात्र बीच शादी में अपनी दुल्हन संग परीक्षा केंद्र जा पहुंचा, छात्र की मजबूरी को देखते हुए प्राचार्य ने उसे परीक्षा की अनुमति दे दी। परीक्षा खत्म होने तक उसकी पत्नी बाहर गाड़ी में ही परिवार वालों के साथ उसका इंतजार करती रही।
हम बात कर रहें हैं ज्वालापुर स्थित पंडित पूर्णानंद तिवारी ला कालेज के एलएलबी पंचम सेमेस्टर के छात्र तुलसी प्रसाद उर्फ़ तरुण जोशी की जिसने दाम्पत्य जीवन में प्रवेश करते वक्त भी अपने करियर के प्रति पूर्ण समर्पण दिखाया और पूरी स्पष्टता के साथ आगे बढ़े। दरअसल, गाजीवाली श्यामपुर निवासी तुलसी प्रसाद उर्फ तरुण की शादी हरियाणा की युवती से हुई। लेकिन शादी की रस्मों के दिन ही उसकी एलएलबी की परीक्षा भी थी। हरियाणा में विवाह की रस्में पूरी करने के बाद दूल्हे के रूप में सजाधजा तुलसी प्रसाद नवविवाहिता पत्नी सिद्धि जोशी, अपनी बहन, बहनोई और सजी-धजी बरात के साथ हिसार से सीधे दूल्हे की पोशाक में परीक्षा देने पहुंचा तो उसे देख सब हैरान रह गए। कालेज में ड्रेस कोड लागू होने की वजह से उसने प्राचार्य अशोक कुमार तिवारी से वर के लिबास में ही परीक्षा देने की अनुमति मांगी। छात्र की मजबूरी को देखते हुए प्राचार्य ने उसे परीक्षा देने की अनुमति दे दी। परीक्षा देने के बाद बरात घर के लिए रवाना हुई।
दूल्हे तरुण का कहना है कि मेरी शादी रविवार रात हरियाणा में हुई थी। लेकिन परीक्षा देना भी जरूरी था। वे बताते हैं कि विवाह के बाद होने वाले धार्मिक रीति रिवाज संपन्न होने के बाद ही वे अपने वस्त्र उतार सकते थे। इसलिए हम बिना घर जाए और रीति रिवाज पूरे किए बिना वहां से सीधे हरिद्वार पहुंच गए। परीक्षा हो गई है तोअब हम अपने रीति रिवाज पूरे करेंगे।
छात्र यदि निर्धारित तिथि पर परीक्षा नहीं दे पाता तो उसका एक वर्ष खराब हो जाता। अब उनके इस कदम की चारों और प्रशंसा हो रही है और यह लोगों के लिए प्रेरणादायक विषय भी बन गया है। कॉलेज के प्रधानाचार्य अशोक कुमार तिवारी ने कहा कि अगर तरुण परीक्षा छोड़ देता तो उसका एक साल खराब हो जाता है। छात्र के भविष्य को देखते हुए उसे परीक्षा देने की इजाजत दी गई थी।परीक्षा संपन्न होने के बाद कालेज प्रबंधन ने छात्र को सुखद दांपत्य और उज्ज्वल भविष्य का आशीर्वाद देकर विदा किया। करियर के प्रति छात्र तुलसी प्रसाद की गंभीरता सभी के लिए प्रेरणादायी है।