जोशीमठ को लेकर गलत खबरों से खराब होता है माहौल – रंजीत सिन्हा।
जोशीमठ भू धंसाव को लेकर आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत सिन्हा ने विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जोशीमठ में भवनों में दरारों की संख्या स्थिर बनी है। अब तक कुल 863 भवनों में ही दरार है, जो स्थिर है। इसके साथ ही राहत वाली खबर ये कि पानी के रिसाव में भी कमी आई है। अब पानी का रिसाव घटाकर 180 lpm से घटाकर 171 lpm हो गया है। उन्होंने बयाया कि अब तक 250 परिवारों को शिफ्ट किया जा चुका है। इसके साथ ही 324 परिवारों को 3 करोड़ 84 लाख की धन राशि वाटी जा चुकी है। रंजीत सिन्हा ने यह भी बताया कि आपदा प्रभावितों को राहत पैकेज के लिए सोमवार को शासन स्तर पर हाई लेवल की मीटिंग भी होगी, जिसमें राहत पैकेज को लेकर विचार किया जाएगा।
इसके साथ ही रंजीत सिन्हा ने बताया कि हैलग बाईपास के परीक्षण के लिए एक समिति का गठन किया गया है। जो बाईपास के निर्माण को लेकर परीक्षण करेगी और एक हफ्ते में परीक्षण कर उसकी रिपोर्ट बनाकर शासन को सौंपी जाएगी। उसके बाद शासन स्तर पर अध्ययन कर बाईपास के निर्माण को लेकर फैसला लिया जाएगा।
सचिव आपदा प्रबंधन रंजीत सिन्हा ने यह भी अपील की है, कि जोशीमठ में खबरों को लेकर भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि वहां स्थिति सामान्य बनी हुई है। लेकिन मीडिया के माध्यम से कुछ गलत खबरें प्रसारित की जाती है, जिससे माहौल खराब होता है। उन्होंने कहा कि जोशीमठ को बचाने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रयास कर रही है, जोशीमठ को हर हाल में बचाया जाएगा। इसके साथ ही रंजीत सिन्हा ने बताया कि बद्रीनाथ धाम यात्रा को लेकर सरकार प्लान तैयार कर रही है। केंद्रीय संस्थानों द्वारा किए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट आने के बाद यात्रा को लेकर भी अंतिम निर्णय लिया जाएगा। लेकिन यात्रा को किसी भी कीमत पर प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा।