हरिद्वार कावड़ यात्रा शुरू
शिवभक्ति की गूंज के साथ शुरू हुई कांवड़ यात्रा, हरिद्वार में श्रद्धालुओं का सैलाब, सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद”
दो चरणों में बंटी यात्रा, पुलिस ने किया क्राउड कंट्रोल को लेकर अलर्ट, कांवड़ियों से संयम की अपील
हरिद्वार, श्रावण मास के पहले दिन के साथ ही उत्तर भारत की सबसे विशाल धार्मिक यात्रा ‘कांवड़ यात्रा’ का शुभारंभ हो गया है। हरिद्वार के गंगा घाटों पर आज सुबह से ही शिवभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा, जिससे संपूर्ण नगर भक्ति और आस्था के रंग में रंग गया। यात्रा को देखते हुए पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर है और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
रूट डायवर्जन लागू, भारी वाहनों पर रोक
कांवड़ यात्रा के पहले दिन से ही प्रशासन द्वारा तैयार यातायात डायवर्जन योजना को लागू कर दिया गया है। मुख्य मार्गों पर भारी वाहनों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर तो कांवड़ियों की भारी भीड़ के चलते वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्ग अपनाना पड़ रहा है।
डीजीपी दीपम सेठ स्वयं हरिद्वार पहुंचे और श्रद्धालुओं से नियमों के पालन की अपील करते हुए सुरक्षित व शांतिपूर्ण यात्रा की शुभकामनाएं दीं।
दो चरणों में होगी कांवड़ यात्रा
इस वर्ष की कांवड़ यात्रा को दो चरणों में विभाजित किया गया है:
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पहला चरण: 11 से 17 जुलाई – जिसमें दूरस्थ राज्यों के श्रद्धालु अधिक संख्या में आते हैं।
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दूसरा चरण: 18 से 23 जुलाई – इस दौरान सीमावर्ती जिलों और नजदीकी राज्यों से कांवड़िये आते हैं, जिससे भीड़ का दबाव अत्यधिक हो जाता है।
बढ़ती भीड़, अनुशासन चुनौती
हालांकि प्रशासन द्वारा एसओपी (SOP) जारी कर नियमों को सख्ती से लागू करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन यात्रा के पहले ही दिन कुछ स्थानों से रेस्टोरेंट व ढाबों में कांवड़ियों द्वारा उत्पात की खबरें भी आई हैं। पुलिस ने ऐसी घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
सुरक्षा के विशेष इंतजाम, ड्रोन और जल पुलिस सक्रिय
कांवड़ मेला क्षेत्र में ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी बढ़ाई गई है। जल पुलिस, एटीएस और अन्य सुरक्षा बलों की भी विशेष तैनाती की गई है।
कांगड़ा घाट पर आज एक बड़ा हादसा टल गया जब छह कांवड़िये गंगा के तेज बहाव में बह गए, जिन्हें समय रहते रेस्क्यू कर बचा लिया गया।
कांवड़ियों से अपील – संयम, स्वच्छता और सुरक्षा रखें प्राथमिकता
पुलिस और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे—
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नशे से दूर रहें
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अनजान व्यक्तियों से खाद्य-पेय पदार्थ न लें
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गहरे पानी में न उतरें
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छोटी बातों को लेकर विवाद न करें
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घाटों पर स्वच्छता बनाए रखें और
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खुले में शौच न जाएं।