दिल्ली-देहरादून रोड के बाद 26 किमी रिस्पना-बिंदाल एलिवेटेड कॉरिडोर की तैयारी में सरकार: सीएम धामी

फ्लोटिंग पॉपुलेशन के लिए नीति आयोग से विशेष ग्रांट की मांग, “डेस्टिनेशन उत्तराखंड” को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर लाने की तैयारी

देहरादून, 3 जुलाई 2025 मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को कहा कि दिल्ली-देहरादून एलिवेटेड रोड के पूरा होने के बाद उत्तराखंड में पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि की संभावना है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार अभी से नियोजन की चुनौती पर सक्रिय रूप से काम कर रही है। इसी कड़ी में देहरादून शहर की ट्रैफिक समस्या और भविष्य की जरूरतों को देखते हुए 26 किलोमीटर लंबी रिस्पना-बिंदाल एलिवेटेड रोड परियोजना के लिए केंद्र सरकार से विशेष अनुरोध किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या से उत्पन्न होने वाली फ्लोटिंग पॉपुलेशन की जरूरतों को देखते हुए नीति आयोग से विशेष ग्रांट की भी मांग की गई है। यह ग्रांट शहरी बुनियादी ढांचे को बेहतर करने में सहायक सिद्ध होगी।


उत्तराखंड बना छोटे राज्यों में बेहतरीन वित्तीय प्रबंधन वाला दूसरा राज्य

मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड ने वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रदर्शन करते हुए छोटे राज्यों की श्रेणी में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। राज्य सरकार सतत विकास लक्ष्यों (SDG) में देश में अग्रणी रही है। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड पहला राज्य है जिसने ग्रॉस एनवायरनमेंटल प्रोडक्ट (GEP) को लागू किया, यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) लागू करने वाला भी पहला साहसी राज्य बना और 6,500 एकड़ से अधिक भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया है।


फोटोग्राफर भूमेश भारती की ‘Aerial Vistas of Uttarakhand’ का विमोचन

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में छायाकार भूमेश भारती की बहुप्रतीक्षित कॉफी टेबल बुक “Aerial Vistas of Uttarakhand” का विमोचन किया। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा, “भूमेश भारती जी ने 15 वर्षों की अथक साधना, समर्पण और संवेदनशील दृष्टिकोण के साथ उत्तराखंड की प्रकृति और संस्कृति को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया है। यह केवल फोटोग्राफी नहीं, बल्कि उत्तराखंड की आत्मा का प्रतिबिंब है।”


“डेस्टिनेशन उत्तराखंड” को वैश्विक पहचान देने की दिशा में नई पर्यटन नीति

मुख्यमंत्री ने कहा कि नई पर्यटन नीति के तहत राज्य को “डेस्टिनेशन उत्तराखंड” के रूप में वैश्विक मानचित्र पर लाने की दिशा में लगातार काम हो रहा है। धार्मिक, साहसिक, ईको, वेलनेस, एग्रो और फिल्म टूरिज्म जैसे विविध क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया गया है


राज्य में तैयार हो रहे दो स्पिरिचुअल जोन, मानसखंड कॉरिडोर और शीतकालीन यात्रा पर फोकस

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार केदारखंड की तर्ज पर मानसखंड कॉरिडोर का भी भव्य विकास कर रही है। साथ ही, ऋषिकेश और हरिद्वार को योग और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में वैश्विक मंच पर प्रमोट करने का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष से शीतकालीन यात्रा प्रारंभ की गई है, जिसे बढ़ावा देने के लिए स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हाल ही में हर्षिल-मुखबा क्षेत्र का दौरा कर चुके हैं।


मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट बना उत्तराखंड

राज्य में फिल्म पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम लागू किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि फिल्म निर्माताओं को विशेष सब्सिडी और सुविधाएं दी जा रही हैं, जिससे उत्तराखंड को ‘मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ का राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है।


चार गांवों को मिला सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार

हाल ही में जखोल, हर्षिल, गूंजी और सूपी जैसे गांवों को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार “विकल्प रहित संकल्प” के साथ उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने की दिशा में कार्यरत है।


विमोचन कार्यक्रम में विशिष्टजन रहे मौजूद

कार्यक्रम में अपर सचिव मुख्यमंत्री  बंशीधर तिवारी, दून विश्वविद्यालय की कुलपति मती सुरेखा डंगवाल, वरिष्ठ पत्रकार सतीश शर्मा सहित प्रदेशभर से आए फोटोजर्नलिस्ट, प्रकृति प्रेमी और छायाचित्रकार उपस्थित रहे।

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