उत्तराखंड में गढ़वाल और कुमाऊं वन प्रभाग के अधीन वाले विभिन्न क्षेत्रों में बनी गुलदार की दहशत
देहरादून। उत्तराखंड में गढ़वाल और कुमाऊं वन प्रभाग के अधीन वाले विभिन्न क्षेत्रों में गुलदार की दहशत बनी हुई है। प्रदेश में सात दिन के अंदर अलग अलग जिलों में गुलदार ने तीन लोगों को अपना शिकार बनाया है। पौड़ी के विकासखंड पाबौ के निसणी गांव में 22 नवंबर को गुलदार ने एक पांच वर्षीय बच्चे को मार डाला। घटना उस दिन सायं करीब साढ़े पांच बजे की है। जिला मुख्यालय से करीब 22 किलोमीटर दूर निसणी गांव निवासी रविंद्र सिंह का पांच वर्षीय पुत्र पीयूष घर से कुछ दूरी पर खेलने के बाद घर लौट रहा था, तभी घात लगाए गुलदार ने उस पर झपट्टा मार दिया। आसपास मौजूद ग्रामीणों के शोर मचाने पर गुलदार बच्चे को झाडियों में छोड़ कर भाग गया। हालांकि तब बच्चे की मौत हो चुकी थी।
पौड़ी में गुलदार का आतंक
15 मई 2022 को गुलदार ने पाबौ के ही सपलोड़ी गांव में एक महिला को मार दिया था।
24 मई 2022 : कुलमोरी गांव में एक महिला को गुलदार ने घायल किया था।
02 जून 2022: क्षेत्र के ही भट्टी गांव में गुलदार ने एक महिला को निवाला बनाया था।
19 जुलाई 2022 : गुलदार ने विकासखंड खिर्सू के सिंगोरी गांव निवासी एक व्यक्ति को घायल किया था।
24 नवंबर को अल्मोड़ा जिले के क्वैराली गांव में 11 वर्षीय बच्चे आरव सिंह पुत्र रमेश सिंह को गुलदार ने निवाला बना लिया था। घर के आंगन से दूसरे कमरे में जाते वक्त बच्चे पर गुलदार ने हमला किया। गुलदार बच्चे को उठाकर जंगल की ओर ले गया। टिहरी जनपद के राजस्व क्षेत्र बालगंगा के अंतर्गत मयकोट गांव में बीती रविवार सांय को गुलदार ने 13 वर्षीय बच्चे (अरनव चंद पुत्र रणवीर चंद ) को निवाला बनाया। इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार मारने की मांग की।