जोशीमठ के किमाणा  में 17 वर्षों के अंतराल के बाद.. रामलीला का मंचन शुरू हो गया है। मंचन के द्वितीय दिवस में श्री राम का जन्म हुआ

एंकर.. विकास खंड जोशीमठ के किमाणा  में 17 वर्षों के अंतराल के बाद शुक्रवार को रामलीला का मंचन शुरू हो गया है। मंचन के द्वितीय दिवस में श्री राम का जन्म हुआ

 

रामलीला कमेटी द्वारा पिछले 100 वर्षों से अधिक समय से रामलीला का मंचन किया जाता रहा है पिछले 17 वर्षों में गांव की समस्याओं के कारण रामलीला का मंचन नहीं हो पाया था। लेकिन एक बार फिर से बुजुर्गों के सहयोग और युवाओं के जोश के साथ किमाणा की रामलीला का मंचन शुरू हुआ है

 

उत्तराखंड की अनेक जगहों पर रामलीला का मंचन किया जाता है लेकिन किमाणा की रामलीला इन सबसे हटकर है, इसलिए विशेष बनती है क्योंकि यहां पर सभी पात्रों के संवाद संस्कृत भाषा में होते थे हालांकि वर्तमान समय में कुछ संवाद के कुछ  हिस्से  पात्रों द्वारा हिंदी में किया जाता है। लेकिन आज भी लक्ष्मण परशुराम संवाद रावण अंगद संवाद सब को अपनी ओर आकर्षित करता है। और इस पल के साक्षी बनने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पर पहुंचते है।

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