BAMS डाॅक्टरों की फर्जी डिग्री का मास्टरमाइंड राजस्थान के अजमेर से गिरफ्तार

देहरादून। एसटीएफ ने बीएएमएस डाॅक्टरों की फर्जी डिग्री तैयार करने वाले मास्टर माइन्ड इमलाख को अजमेर से दबोच लिया। बाबा ग्रुप आफ काॅलेज का चेयरमैन इमलाख दसवीं पास है । इमलाख मुजफ्फनगर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर भी है।एसटीएफ ने 25 वें इनामी अपराधी को गिरफ्तार किया।

एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि जनवरी माह में उत्तराखण्ड में प्रैक्टिस कर रहे बीएएमएस की फर्जी डिग्री वाले आयुर्वेदिक चिकित्सकों के गिरोह का भण्डाफोड़ किया गया था। इस गिरोह का मास्टर माइण्ड इमलाख पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा था। उसकी गिरप्तारी पर 25 हजार रूपये का इनामी भी घोषित किया गया था।

एसटीएफ की जांच में आयुर्वेदिक डॉक्टरों के फर्जीवाड़ा में करीब 36 डॉक्टरों को चिन्हित किया गया था । जांच में प्रकाश में आया था कि आयुर्वेदिक चिकित्सकों की फर्जी डिग्री राजीव गांधी हेल्थ एण्ड साईंस यूर्निवसिटी कर्नाटकाके नाम से बाबा ग्रुप ऑफ काॅलेज मुजफफरनगर के मालिक इमरान और इमलाख द्वारा तैयार की गयी थी। जिसको लेकर थाना नेहरूकालोनी देहरादून में मुकदमा एसटीएफ की ओर से दर्ज कराया गया था।

इस मामले की जांच देहरादून एसआईटी कर रही है। एसटीएफ ने शुरुआत में दो फर्जी चिकित्सकों प्रीतम सिंह एवं मनीष अली को गिरफ्तार किया गया था । पूर्व में एसटीएफ की टीम द्वारा बाबा ग्रुप आॅफ काॅलेज मुजफ्फरनगर में दबिश देकर इमरान पुत्र इलियास निवासी शेरपुर मुजफ्फरनगर को काॅलेज से ही गिरप्तार किया गया, था ।

इलियास के कब्जे से एसटीएफ को कई राज्यों के विवि की फर्जी ब्लैंक डिग्रियां, फर्जी मुद्राएं एवं फर्जी पेपर एवं कई अन्य कूट रचित दस्तावेज बरामद हुए थे। जांच के दौरान फर्जी डिग्री बनाने का मास्टरमाइंड एवं मुख्य अभियुक्त इमलाख का पता चला। वह जोगी बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज का मुख्य स्वामी है जिसकी गिरप्तारी के लिये एसटीएफ तभी से निरन्तर प्रयास कर रही थी।

इमलाख कोतवाली मुजफफरनगर का कुख्यात हिस्ट्रीशीटर है। इसके द्वारा अपने भाई इमरान के साथ बरला थाना क्षेत्र मुजफ्फरनगर में बाबा ग्रुप ऑफ काॅलेज के नाम से मेडिकल डिग्री काॅलेज भी खोला हुआ है । यहां बीफार्मा,बीए, बीएससी, आदि के कोर्स संचालित करता है।यह भी जानकारी हुई कि इम्लाख बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज, मुजफ्फरनगर का स्वामी है एवं इसके विरुद्ध फर्जी डिग्री दिलवाने के कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसे यूपी का सबसे बड़ा शिक्षा माफिया कहा जाता है।

मुकदमा दर्ज होने के तुरंत बाद मुख्य अभियुक्त इमलाख अपना मोबाइल बंद कर मुजफ्फरनगर से फरार हो गया था । इसकी गिरफ्तारी पर उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार का इनाम घोषित किया था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि 1 फरवरी 2023 को एसटीएफ टीम को सूचना प्राप्त हुई की इम्लाख अजमेर में छुप कर रह रहा है । सूचना मिलते ही एक टीम देहरादून से जयपुर के लिए रवाना हुई। एसटीएफ टीम ने 2 फरवरी को मुखबिर की सूचना एवं टेक्निकल स्पोर्ट से अभियुक्त इम्लाख को किशनगढ़ जिला अजमेर राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया।

बरामदगीः- गिरफ्तार अभियुक्त इम्लाख की निशानदेही पर विवेचक द्वारा बाबा ग्रुप ऑफ कॉलेज मु0नगर से कई विवि की जाली दस्तावेज/ फर्जी डिग्री इत्यादि एवं जाली मोहर बरामद हुई।

गिरफ्तार अभियुक्त:-
इम्लाख पुत्र मोहमदइलियास
निवासी शेरपुर थाना मुजफ्फरनगर उम्र 36 वर्ष।

आपराधिक इतिहासः-
इम्लाख मुज्जफरनगर थाना सदर का हिस्ट्री शीटर है। जिसके विरुद्ध धोखाधड़ी मारपीट बलवे के कई आपराधिक मामले दर्ज हैं जिनका विवरण संलग्न है।

एसटीएफ टीम:-
1 निरीक्षक अबुल कलाम
2 उप निरीक्षक यादवेंद्र बाजवा
3 उपनिरीक्षक दिलबर सिंह नेगी
4 हेड कांस्टेबल संजय कुमार
5 हेड कांस्टेबल संदेश यादव
6 कांस्टेबल महेंद्र नेगी
7 कॉन्स्टेबल मोहन अस्वाल
पुलिस टीम –si सुनील नेगी,si अमित ममगाईं।

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